Inspector Prabhat Ranjan Case: जमुई में बालू माफियाओं द्वारा दरोगा प्रभात रंजन की हत्या के मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी कर ली है. पुलिस ने रेत माफियाओं के लिए मुखबिरी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम मिथिलेश ठाकुर है. पुलिस का कहना है कि यह व्यक्ति रेत माफियाओं को पुलिस से जुड़ी जानकारियां देता था. अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और ये जानने की कोशिश कर रही है कि उसे पुलिस गतिविधियों की जानकारी कहां से मिलती थी. उधर दरोगा प्रभात रंजन को ट्रैक्टर से कुचलने वाला ड्राइवर अभी तक फरार है. पुलिस उसे भी पकड़ने के लिए हाथ-पैर मार रही है.


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बता दें कि जमुई जिले के गरही थाना अंतर्गत चननबर पुल के पास अवैध रेत लदे एक ट्रैक्टर ने पुलिसकर्मियों को रौंद दिया था. इस घटना में दारोगा प्रभात रंजन की मौके पर ही मौत हो गई थी, कई अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. दारोगा की मौत पर पुलिस महकमे में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इस मामले में जिलाधिकारी राकेश कुमार और पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. 


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जिलाधिकारी ने शहीद पुलिस कर्मी के आश्रितों को जल्द सभी तरह का आर्थिक लाभ दिए जाने का ऐलान करते हुए कहा कि जिला प्रशासन इसे चुनौती के रूप में लेता है. डीएम ने जिले भर में अवैध खनन पर और अधिक सख्ती बरते जाने की बात बताते हुए कहा कि इस घटना से जिला प्रशासन बेहद आहत महसूस कर रहा है. वहीं एसपी ने हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जो भी दोषी हो उसे कड़ी सजा मिले. एसपी ने बताया कि इस मामले में नवादा जिला के कौआकोल निवासी कृष्णा रविदास और मिथलेश ठाकुर को नामजद किया है.