Arjun Rai Fake Currency: बिहार के मुजफ्फरपुर जेल में बंद राजद नेता अर्जुन राय पर अब पश्चिम बंगाल की पुलिस अपना शिकंजा कसने जा रही है. पश्चिम बंगाल के कालीचक थाने की पुलिस अब आरजेडी नेता को रिमांड पर लेगी. पुलिस ने मालदा की जिला अदालत से आरजेडी नेता का प्रोडक्शन वारंट हासिल कर लिया है. प्रोडक्शन वारंट की एक कॉपी शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर को भी भेज दी गई है. बता दें कि आरजेडी नेता पर जाली नोट रखने का आरोप है. पुलिस ने उन्हें दिसबंर 2022 में नकली नोटों के साथ हिरासत में लिया था. 


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राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव अर्जुन राय पर जाली नोट रखने का आरोप है. बीते साल 24 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के कालीचक थाने पुलिस ने जाली नोट के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.  जाली नोट के साथ बोचहां थाना के बाजितपुर भूताने निवासी प्रमोद सहनी, गायघाट थाना के पागा डीह के सुधीर सहनी और मालदा जिले के खोसलपारा निवासी कालू उर्फ रेजाउल करीम को गिरफ्तार किया गया था. इनके पास से 500 के 290 जाली नोट जब्त किए गए थे. वहीं अर्जुन राय मौके से फरार हो गया था. पश्चिम बंगाल पुलिस ने अर्जुन राय को ही इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड बताया है. 


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बंगाल पुलिस उसे काफी दिनों से तलाश रही थी. इस बीच मुजफ्फरपुर की पुलिस ने उसे जमीन कारोबारी से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था. इस मामले में उसे तकरीबन 15 दिन पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था. अब पश्चिम बंगाल पुलिस उससे जाली नोट मामले में पूछताछ करना चाहती है. इसके लिए उसने मालदा की जिला अदालत से वारंट भी हासिल कर लिया है. 


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वहीं इस मामले का असर विपक्षी एकता पर भी देखने को मिल सकता है. वैसे भी विपक्षी एकता में काफी छेद नजर आ रहे हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कांग्रेस से 36 का आंकड़ा है. दिल्ली अध्यादेश पर आम आदमी पार्टी ने तो कांग्रेस पर हमला करते हुए खुद को विपक्षी एकता से बाहर रखने की घोषणा कर दी है. इसी तरह बंगाल में भी लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी के बीच सिरफुटौव्वल चल रहा है.