दरभंगा: बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज के 10 तारीख से होनेवाले एमबीबीएस फाइनल ईयर की परीक्षा का सेंटर एमआईटी, मुजफ्फरपुर दिए जाने से सोमवार की शाम से छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा है. आर्यभट्ट विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दर्जनों छात्र-छात्राओं ने डीएमसीएच इमरजेंसी विभाग पहुंचकर वहां कल देर शाम से ही ताला जड़ दिया. 


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वहीं, आज सुबह ही ओपीडी को भी बंद कर दिया. ओपीडी बंद कर गेट पर ही छात्रों ने बैठ कर विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. ताला जड़े जाने से इमरजेंसी के साथ ओपीडी में इलाज मरीजों का इलाज ठप हो गया. कई गंभीर मरीजों के परिजनों को उन्हें लेकर वहां से लौटना पड़ा. दूर-दूर से आए गंभीर हालत में आए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पर रहा है.  


छात्रों ने विवि पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर उन लोगों का सेंटर दरभंगा नहीं किया जाता है तो मांगें मानी जाने तक उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा. दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएन झा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन छात्रों ने साफ कह दिया कि परीक्षा केन्द्र दरभंगा किए जाने तक वे लोग इमरजेंसी के साथ ओपीडी विभाग का ताला नहीं खोलेंगे.


वहीं, दूर-दूर से इलाज कराने पहुंचे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है. हड़ताल को देखते हुए आम मरीज परेशान हैं. गरीबी की वजह से निजी अस्पताल में इलाज भी नहीं करवा पा रहे हैं. इस आस में कुछ मरीज रूक गए हैं कि जल्द हड़ताल खत्म हो और उनका इलाज हो पाए.   


दरभंगा मेडिकल कॉलेज के अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने पूरे मामले को बताते हुए कहा कि छात्रों की मांग से आर्यभट्ट ज्ञान विवि प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है. इमरजेंसी, ओपीडी विभाग में काम शुरू होने देने के लिए छात्रों को मनाया जा रहा है.