बेगूसराय: सर्दी के सितम में अलाव लोगों की जिंदगी का सहारा बना हुआ है. लेकिन बिहार के बेगूसराय में यही अलाव लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. खबरों के मुताबिक, बेगुसराय में अलाव की आग से पिछले 3 दिनों में लगभग 11 लोग हताहत हुए हैं. सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. फिलहाल, सभी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. 


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वहीं, बेगूसराय में अस्पताल में भी बर्न वार्ड में बेड की कमी की वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, मरीजों ने हॉस्पिटल के डॉक्टरों को लेकर बताया कि चिकित्सकों के द्वारा मरीजों की अच्छी तरह देखभाल की जा रही है. वहीं, स्वास्थ्य प्रबंधक ने कहा है कि एका एक बर्न मरीजों की संख्या बढ़ने से कुछ कठिनाई जरूर हुई है लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त वार्ड को वर्न वार्ड में तब्दील करने की तैयारी भी विभाग के द्वारा की जा रही है.


पिछले एक सप्ताह से लगातार कड़कड़ाती ठंड की वजह से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. जिले के कई इलाकों में अलाव की आग से लोगों के शरीर में आग लग गई जिससे लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं.  


वहीं, मौसम विभाग की मानें तो हाल के दिनों में ठंड से निजात मिलने की उम्मीद नहीं की जा रही है.  मौसम विभाग के द्वारा भी ठंड बढ़ने की हिदायत दी जा रही है. ऐसे में जरूरी है लोगों को सावधानी पूर्वक अलाव का प्रयोग करें जिससे वह ठंड से भी बच सके और अपने आप को सुरक्षित भी रख सकें. 


वहीं, अस्पताल प्रबंधक पंकज कुमार ने भी लोगों से अपील की है कि ठंड के मद्देनजर लोग आग का प्रयोग जरूर करें लेकिन बंद कमरों में आग का सेवन ना करें. साथ ही, अलाव जलने के बाद कमरे को बाहर से बंद नहीं करें ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके.  


साथ ही, मौसम विभाग ने 15 और 17 जनवरी को बिहार में कोल्ड डे की स्थिति रहने की संभावना है. वहीं, विषेशज्ञों की मानें तो ठंड से बचने के लिए अगर आप अलाव का सहारा लेते हैं तो उन लोगों को कुछ बातों का के मुताबिक कार्बन मोनोक्साइड गैस से 4 से 6 घंटे में मौत हो सकती है.