उत्तर बिहार को नए साल पर मिला तोहफा, 88 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार तारामंडल
दरंभगा में तारामंडल बनकर तैयार है नए साल को यह छात्रों के लिए खोल दिया जाएगा. तारा मंडल का निर्माण कार्य दो चरण में हुआ है. पहले चरण में इसमें अब तक तारामंडल और अडिटोरियम का निर्माण कराया गया है.
दरभंगा : नए साल में दरभंगा और उत्तर बिहार को एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. पटना के बाद दरभंगा में तारामंडल की शुरुआत होने जा रही है. दरभंगा पॉलिटेक्निक मैदान में विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से तारामंडल का निर्माण अंतिम चरण में है. अगले 10 दिनों में इसके तैयार हो जाने की संभावना है. बता दें कि तारमंडल करीब 88 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है.
दो चरण में तैयार हुआ तारामंडल
बता दें कि दरंभगा में तारामंडल बनकर तैयार है नए साल को यह छात्रों के लिए खोल दिया जाएगा. तारा मंडल का निर्माण कार्य दो चरण में हुआ है. पहले चरण में इसमें अब तक तारामंडल और अडिटोरियम का निर्माण कराया गया है. दूसरे चरण में 48 करोड़ रुपये की लागत से इसमें साइंस सिटी और एक्जीबिशन और बिजली की व्यवस्था हेतु सोलर सिस्टम का निर्माण हुआ. इसके बन जाने से उत्तर बिहार समेत पड़ोसी देश नेपाल के लोगों खासकर विज्ञान के छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों का काफी फायदा होगा.
अधिकारियों ने तारामंडल का किया निरीक्षण
बता दें कि शुक्रवार को भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि और विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार झा ने दरभंगा तारामंडल का निरीक्षण किया. उन्होंने कई तरह के निर्देश भी दिये, सड़क चौड़ीकरण,पानी की निकासी ,लोगों के आगमन का गेट समेत कई दिशा निर्देश भी दिये है.
तारामंडल में 88 करोड़ रुपये की आई लागत
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि पहले चरण का काम अगले 10 दिनों में पूरा होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इसके बनने से उत्तर बिहार के बच्चों को काफी फायदा होगा. प्रथम चरण में 88 करोड़ रुपये की लागत से तारामंडल और अडिटोरियम का निर्माण कराया गया है. दूसरे चरण में 48 करोड़ रुपये की लागत से इसमें साइंस सिटी और एक्जीबिशन और बिजली की व्यवस्था हेतु सोलर लगाया जाएगा. वही विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार झा ने कहा कि दरभंगा तारामंडल के बनने से यहां विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों को काफी फायदा होगा. इससे यहां खगोल शास्त्र में शोध शुरू होगा.
इनपुट- मुकेश कुमार