राष्ट्रपति सम्मान से स्वतंत्रता सेनानी मक्खन झा को किया गया सम्मानित
Freedom Fighter From Bihar: मक्खन झा ने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़ कर अंग्रेजो का सामना किया था. 1947 में जब अंग्रेजो की गुलामी से भारत को मुक्ति मिली तब वो नेपाल से अपने घर वापस लौट गए
मधुबनी: आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश में चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता सेनानी को सम्मानित किया जा रहा. इसी कड़ी में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानी मक्खन झा को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया गया. एट होम कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मान सामग्री का पैकेट भेज कर माखन झा को सम्मानित होने का गौरवशाली अवसर प्रदान किया है.
राष्ट्रपति भवन से भेजा गया अवार्ड
मधुबनी जिले के बकुआर गांव निवासी वयोवृद्ध स्वाधीनता सेनानी मक्खन झा को देश की आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए इस सम्मान से सम्मानित किया गया है. एसडीओ ने मक्खन झा को उनके आवास पर आयोजित सम्मान समारोह में राष्ट्रपति भवन से भेजे अवार्ड से सम्मानित किया. अनुमंडल पदाधिकारी सदर अश्विनी कुमार राजनगर बीडीओ निवेदिता ने जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के निर्देश पर स्वाधीनता सेनानी मक्खन झा के आवास पर पहुंचे और सम्मान समारोह का आयोजन कर उन्हें सम्मानित किया. द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजा गया दोपटा व शॉल को एसडीओ सदर एवं बीडीओ निवेदिता ने संयुक्त रूप से स्वाधीनता सेनानी मक्खन झा को प्रदान कर सम्मानित किया.
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स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़ कर किया अंग्रेजो का सामना
बता दें कि मक्खन झा ने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़ कर अंग्रेजो का सामना किया था और इस लड़ाई में उन्हें कई गहरी चोटें आई. अंग्रेजी हुकूमत जब उनकी खोज कर रहे थे, तो उस वक्त वो घर से फरार हो कर नेपाल चले गए थे. 1947 में जब अंग्रेजो की गुलामी से भारत को मुक्ति मिली तब वो नेपाल से अपने घर वापस लौट गए. आजादी की लड़ाई में उन्हें जेल भी जाना पड़ा. इस साल जिले से एकमात्र स्वतंत्रता सेनानी माखन झा को राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया गया है. एसडीओ सदर ने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सभी देशवासी जिस आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वह मक्खन झा और इनके जैसे लाखों स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए संघर्ष और कुर्बानियों के बाद हासिल हुई है. स्वाधीनता सेनानी मक्खन झा को सम्मानित करते हुए मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है.