बेगूसराय के फजिलपुर जगदर पथ पर जलभराव से नाराज ग्रामीण, लोगों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
Bihar News : स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने में भारी दिक्कत हो रही है. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा. सड़क जाम की सूचना पाकर प्रखंड प्रमुख मीना देवी , थानाध्यक्ष पल्लव,एएसआई विरेन्द्र कुमार सड़क जाम स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझा बुझाकर सड़क जाम को समाप्त करवाया.
बेगूसराय : बेगूसराय के वीरपुर प्रखंड के फजिलपुर जगदर पथ पर जल जमाव से नाराज ग्रामीणों का आक्रोश एक बार फिर देखने को मिला. जहां सैकड़ो की संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने जलजमाव सड़क पर वांस बल्ला लगाकर करीब 4 घंटे तक सड़क को जाम रखा. इस दौरान राहगीरों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. ग्रामीण जितेंद्र कुमार, चंदन कुमार, अमित कुमार सहित कई लोगों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से फजिलपुर जगदर पथ पर बरसात के मौसम में जल जमाव की समस्या लगातार बनी हुई है.
ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी इसमें कोई रुचि नहीं ले रहे हैं. इस वजह से स्थानीय लोगों सहित राहगीरों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. खास करके स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने में भारी दिक्कत हो रही है. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा. सड़क जाम की सूचना पाकर प्रखंड प्रमुख मीना देवी , थानाध्यक्ष पल्लव,एएसआई विरेन्द्र कुमार सड़क जाम स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझा बुझाकर सड़क जाम को समाप्त करवाया. इस दौरान ग्रामीणों की मांग पर तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था कर पंपसेट के माध्यम से जल निकासी की व्यवस्था की गई. उसके बाद आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए.
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर सड़क की जमीन को अतिक्रमण किए हुए हैं. जिससे नाला निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है. वहीं बीडीओ अरुण कुमार निराला ने भी जल जमाव स्थल पर पहुंच कर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि व प्रखंड प्रमुख से बातचीत कर जल जमाव की समस्या निदान हेतु आवश्यक पहल किया गया. वहीं प्रखंड प्रमुख मीना देवी ने बताया कि ग्रामीणों की मांग जायज है. जल जमाव की समस्याओं का निदान हेतु आवश्यक पहल की जा रही है.
उन्होंने बताया कि निजी कोष से करीब आधे दर्जन मजदूरों को मजदूरी प्रदान कर तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था की गई. वहीं अंचलाधिकारी ललिता कुमारी ने बताया कि सड़क की जमीन की मापी कर सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा. ताकि आगे नाला निर्माण में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो सके.
इनपुट- जितेंद्र चौधरी
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