नई दिल्‍ली : दिल्ली वक्‍फ बोर्ड ने एलान किया है कि वो झारखंड में भीड़ की हिंसा में मारे गए तबरेज की विधवा को 5 लाख रुपये नकद और बोर्ड में नौकरी देगा. दिल्ली वक्‍फ बोर्ड के चयरमैन अमनातुल्ला खान ने एलान किया है कि तबरेज की पत्नी को कानूनी मदद भी दी जाएगी.


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हालांकि इस एलान के बाद अमनातुल्ला खान और दिल्ली सरकार पर बीजेपी ने हमला बोला है. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना ने इस कदम को राजनीतिक कदम करार दिया है. खुराना का कहना है कि ये मामला झाखण्ड का है, और झारखंड सरकार इस मामले में कदम उठा रही है. खुद पीएम ने संसद में इस मामले पर बोला है. अमनातुल्ला खान बताए उन्होंने दिल्ली के मुसलमानों के लिए क्या किया है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव है इसलिए ये सब हो रहा है.


इस मामले में कांग्रेस ने भी दिल्ली वक्‍फ बोर्ड के चयरमैन को आड़े हाथों लिया है. दिल्ली वक्‍फ के पूर्व चयरमैन और कांग्रेस नेता चौधरी मतीन का कहना है कि मॉब लिंचिंग तो राजस्थान और हरियाणा में भी हुई, तब अमनातुल्ला खान कहा सो रहे थे. ये सब सियासत है जो कामयाब नहीं होगी. बेहतर होगा कि इस सिलसिले में दिल्ली वक्‍फ बोर्ड की जगह झारखंड वक्‍फ बोर्ड कदम उठाता.


दिल्ली वक्‍फ बोर्ड पहले भी दिल्ली से बाहर लोगों की मदद करता रहा है. कांग्रेस की सरकार के वक़्त जम्मू कश्मीर में आई आपदा के दौरान भी मदद दी गई थी. इसके अलावा दिल्ली के एक मदरसे में पढ़ने वाले छात्र अज़ीम की हत्या के मामले में भी दिल्ली वक्‍फ बोर्ड ने कदम उठाए थे, और अज़ीम के पिता को नौकरी देने में अलावा मुआवजा भी दिया था.


दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने है, और वक़्त भी हम बचा है ऐसे में राजनीतिक जानकर बोर्ड के इस कदम को मुसलमानों को लुभाने की सियासत के तौर पर भी देख रहे है. हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले भी आम आदमी पार्टी ने मुसलमानों को लुभाने की कोशिश करते हुए इमाम और मुअज़्ज़िनो का वेतन बढ़ाने का एलान किया था, लेकिन उसका चुनाव में ज्यादा फायदा नहीं हुआ.