गिरिडीह: आज पूरा देश एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है. जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर समाज के उत्थान के लिए बेहतर कार्य करने वाले महिलाओं को सम्मान किया जा रहा है. आज ही के दिन गिरिडीह की बाल कल्याण समिति की ओर से भी सराहनीय कार्य किया गया. दरअसल, बाल कल्याण समिति की पहल पर एक नवजात शिशु को नया जीवन मिला है, जिसकी चर्चा पूरे जिले में हो रही है.


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विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र के अध्यक्ष विनय पांडेय ने बताया कि बीते चार दिन पूर्व समाज को कलंकित करने का एक काफी दुःखद मामला सामने आया. गिरिडीह शहर के पचंबा थाना के समीप एक विक्षिप्त महिला ने बीच सड़क पर ही एक बच्चे को जन्म दिया था. विक्षिप्त महिला के द्वारा बच्चे को जन्म देने की खबर जैसे ही शहर के लोगों को मिली तो तरह-तरह की चर्चा होने लगी. विक्षिप्त महिला ने बीच सड़क पर बच्चे को जन्म दिया तो इसी दौरान एक महिला बच्चे को लेकर फरार हो गयी. जैसे ही इसकी जानकारी पचंबा थाना पुलिस को मिली तो पुलिस ने अपनी सराहनी भूमिका निभाते हुए सबसे पहले महिला को किसी तरह खोज कर इलाज के लिए चैताडीह स्थित मातृत्व केंद्र पहुंचाया. फिर बच्चे को खोज कर भी अस्पताल पहुंचाने के बाद पूरे मामले की जानकारी बाल कल्याण समिति को दिया.


बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पूजा सिन्हा ने बताया कि बाल कल्याण समिति को इसकी जानकारी मिली तो पूरे मामले से जिला प्रशासन को अवगत कराया. बच्चे और महिला की देखभाल शुरू की. साथ ही बच्चे की सही तरीके से देखभाल के लिए देवघर स्थित विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र से सम्पर्क किया. इसी कड़ी में आज जब पूरा देश अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और महाशिवरात्रि का त्योहार मना रहा है, इसी दिन अपने कार्य को बेहतर तरीके से निभाते हुए बच्चे को चिकित्सकों की देख-रेख में देवघर भेजने का काम किया. हालांकि अब नवजात बच्चे को एक ओर जहां नया जीवन मिला है, वहीं लोगों में यह चर्चा हो रही है कि आखिर वो कौन शख्स है जिसने विक्षिप्त महिला के साथ इतनी घिनोनी हरकत कर समाज को कलंकित करने का काम किया है.


इनपुट- मृणाल सिन्हा


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