NEET पेपर लीक मामले में झारखंड के एडीजी ने की पूछताछ, देवघर से 6 लोगों की हुई थी गिरफ्तार
NEET Paper Leak Case: EOU सूत्रों के मुताबिक, उसे हजारीबाग के एक स्कूल से नीट पेपर लीक होने के सबूत मिले हैं. EOU को शक है कि हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल की भूमिका संदिग्ध है.
NEET Paper Leak Case: नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में रोजाना नए-नए खुलासे होते नजर आ रहे हैं. इस मामले में पटना पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा केस को टेकओवर कर मामले की जांच शुरू कर दी गई. आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा गिरफ्तार 13 लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई. इस पूछताछ में आर्थिक अपराध इकाई को कई अहम जानकारियां प्राप्त हुईं, जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा जांच की प्रक्रिया लगातार जारी रही. अब इस मामले में झारखंड के देवघर से 6 आरोपी और गिरफ्तार हुए. इसके बाद पटना के आर्थिक अपराध इकाई कार्यालय में सभी 6 आरोपियों को पूछताछ के लाया गया, जहां 18 घंटे तक पूछताछ चली.
इस दौरान आर्थिक अपराध इकाई को कई अहम जानकारियां प्राप्त हुईं. उधर मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस ने 21 जून को रांची में जांच पड़ताल की, जिससे उसे हजारीबाग का लिंक मिला. EOU सूत्रों के मुताबिक, उसे हजारीबाग के एक स्कूल से नीट पेपर लीक होने के सबूत मिले हैं. इसके साथ ही ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले हैं. EOU को शक है कि हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के चेयरमैन शब्बीर अहमद के शामिल हो सकते हैं. स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक की भूमिका संदिग्ध है.
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ईओयू के मुताबिक, 15 मार्च को आयोजित हुई BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी हजारीबाग से ही लीक हुआ था. ऐसे में सवाल ये है कि पेपर लीक करने वालों के लिए हजारीबाग सेफ जोन बन चुका है. बता दें कि हजारीबाग में इस बार NEET की परीक्षा के लिए पांच सेंटर बनाए गए थे. इनमें लोहसिंघना थाना क्षेत्र स्थित ओएसिस स्कूल नया सेंटर के रूप शामिल हुआ था. अन्य स्कूलों में डीएवी, संत जेवियर्स, रामकृष्ण विवेकानंद और हॉली क्रॉस शामिल थे. सूत्र बताते हैं कि हजारीबाग से भी एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. लेकिन जांच एजेंसी ने इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है.