धनबादः धनबाद में केंद्र सरकार द्वारा बीसीसीएल का 25 प्रतिशत शेयर बेचने के निर्णय के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ ने धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ की ओर से कोयला मंत्रालय के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. सीआईटीयू से जुड़े मजदूर नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने कोल इंडिया प्रबंधन और भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में शामिल संघ के महामंत्री सह बीसीसीएल के केंद्रीय सलाहकार समिति सदस्य रामधारी ने कहा कि बीसीसीएल के 25 फीसदी शेयर बेचना यानी कंपनी का निजीकरण करना है.


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स्थायी मजदूरों को समय पर बोनस और ग्रेच्युटी का नहीं मिलेगा लाभ
सीआईटीयू जिला सचिव और बिहार कोलियरी कामगार यूनियन  के संयुक्त सचिव मानस चटर्जी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार BCCL-ECL को कोल इंडिया से अलग करके इसके 25% शेयर को बेचना चाहती है. इसके अलावा स्थायी मजदूरों को समय पर बोनस और ग्रेच्युटी का लाभ नहीं दिया जाता है. असंगठित मजदूरों को उनके पीएफ का पैसा आज तक उनके अकाउंट में नहीं शो किया. साथ ही विस्थापन की गलत नीतियां जिसमें बगैर लोगों को पुनर्वास दिए है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिए झरिया से उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इन तमाम कुकृतियों के विरोध में संगठन के तरफ से आज आंदोलन की घोषणा की गई है. अगर उनकी मांगे पूरी नही हुई तो आगामी 15 जुलाई को कोयला भवन का घेराव किया जाएगा. 


आर-पार की लड़ाई लड़ने को मजदूर तैयार
जेवीसीसीआई सदस्य केपी गुप्ता ने कहा कि 25 प्रतिशत शेयर विनिवेश पर प्रबंधन का एकतरफा निर्णय नहीं चलने देंगे. हिस्सेदारी बेचने के फैसले से कोयलांचल के मजदूर आर-पार की लडा़ई लड़ने का तैयार हैं.


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