बोकारो: बोकारो जिले का चंदनकियारी न सिर्फ खेल में बल्कि कला के क्षेत्र में भी राज्य ही नहीं बल्कि देश भर में अपनी पहचान बना रहा है. एक तरफ जहां चंदनकियारी के युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं. वहीं कला के क्षेत्र में सबसे सम्मानजनक अवार्ड संगीत नाटक अकादमी अवार्ड को प्राप्त करना चंदनकियारी को गौरवान्वित कर रहे हैं. आज छऊ कलाकार परीक्षित महतो को राष्ट्रपति के द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड दिया गया जो न सिर्फ सभी छऊ कलाकार के लिए बल्कि पूरे चंदनकियारी और राज्यवासियों के लिए गर्व की बात है.


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परीक्षित महतो के परिजनों ने चंदनकियारी को सम्मान देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. बता दें कि चंदनकियारी में शुरू किये गए राष्ट्रीय छऊ नृत्य प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र से आज हमारी कला संस्कृति को नया मुकाम मिल रहा. यहां आए दिन छऊ नृत्य एवं अन्य कलाओं का प्रशिक्षण आयोजित किया जाता है. इस केंद्र में न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश के युवा अपनी कला संस्कृति को जानने और सीखने आते है. बता दें कि चंदनकियारी में राष्ट्रीय छऊ नृत्य प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र पहली बार नेता प्रतिपक्ष विधायक सह चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बाउरी के प्रयास से ही संभव हो पाया.


देशभर के बड़े बड़े कलाकारों, अभिनय से जुडे लोगों ने चंदनकियारी के गांवो का दौरा किया और हाशिए पर आ चुके छऊ कलाकारो की सुध ली. छऊ के अनेक साधक चंदनकियारी के गांवों में निवास करते है. छऊ केन्द्र के खुलने से गांव के कलाकार को राष्ट्रीय पहचान मिली. छऊ के सैकड़ों कलाकारों को देश के कई भागों में जाने का अवसर भी प्राप्त हो रहा है. बता दें कि छऊ की तीन प्रमुख शैलियों में मयूरभंज, सरायकेला और मानभूम की शैली है. तीनो शैलियों के लिए समय समय पर कार्यशाला और कार्यक्रम का आयोजन चंदनकियारी छऊ केंद्र में होता है. संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित छऊ कलाकार परीक्षित महतो, चंदनकियारी के खेडाबेडा गांव के रहने वाले है.


इनपुट- मृत्युंजय मिश्रा


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