देवघरः झारखंड के देवघर में लड़कियों की आत्मरक्षा के लिए देवघर के बरमसिया में शिक्षक संतोष पाल के द्वारा मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मार्शल आर्ट (ताइक्वांडो) का प्रशिक्षण शिक्षक संतोष पाल द्वारा दिया जा रहा है. संतोष पाल ने बताया कि नारी को शक्ति का रूप माना जाता है. फिर भी लड़कियों के ऊपर लगातार हमले होते रहते हैं. घरेलू हिंसा और कई तरह की बर्बरता पूर्ण घटनाएं देखने को मिलती है.  कई लड़कियों को जलाकर मार दिया जाता है. 


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संतोष पाल ने बताया कि इन्ही सब को देखकर मैने लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण देने का काम कर शुरू किया. हम नारी शक्ति और नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं लेकिन ऐसा होता नहीं है. नारी सशक्तिकरण सिर्फ कहने से नहीं होगा. उसके लिए उनके अंदर की शक्ति को जगाना होगा. उसे आत्मरक्षा के लिए तैयार करना होगा और लड़कियों को अपनी शक्ति के बारे में जानना होगा. तभी नारी सशक्तिकरण होगा और लड़कियों के ऊपर हो रहे अपराध को कम करने के लिए लड़कियों को तैयार करना होगा.


लड़कियां हमेशा सुरक्षित महसूस करें
प्रशिक्षण ले रही बच्चियों के परिजनों ने बताया कि मेरी बेटी पिछले दो सालों से मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण ले रही है और अच्छे से सीख रही है. हम लोग चाहते हैं कि वह अच्छे से सीखे. जिससे कहीं आने जाने में किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े. कभी कोई मुसीबत आए तो खुद से उसका सामना कर सकें. अपने आप लड़को की तरह लड़कियां भी हमेशा सुरक्षित महसूस करें. 


लड़कियों को लेना चाहिए मार्शल आर्ट प्रशिक्षण
वहीं प्रशिक्षण ले रही बच्चियों ने बताया कि आज के समय में जिस प्रकार से लड़कियों के ऊपर लगातार अत्याचार हो रहे है. लड़कियां खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है. ऐसे समय में सभी लड़कियों को पढ़ाई के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेना चाहिए. मार्शल आर्ट स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है और परिवार वालों को भी अपनी लड़कियों को ऐसे परीक्षण दिलाने में मदद करनी चाहिए.


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