धनबाद: Dhanbad News: झारखंड के धनबाद के बीसीसीएल कुसुंडा क्षेत्र संख्या 6 का धोबी कुली बस्ती और तिवारी बस्ती के रैयत परिवार के लोग चार दशक से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे है. बस्ती दो हिस्सों में बंट चुकी है. जो तस्वीर आप देख रहे है उस दृश्य को देख आपको ऐसा प्रतीत होता होगा कि यहां कभी जलजला भूकंप आया होगा या कोई पहाड़ी क्षेत्र में भूस्खलन हुई होगी. परंतु यह कोई भूकंप या जलजला के कारण नहीं, बल्कि बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनी हिलटॉप के कारण हुई है. यह नजारा धोबी कुली बस्ती का है. जिसे देखने से ही आपको डर लगने लगेगा. पिछले तीन से चार दिन पहले इस बस्ती में भू धसान की घटना हुई थी. जिससे लोग भयभीत है.


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बस्ती से महज 20 मीटर की दूरी पर चल रही है. हिलटॉप आउटसोर्सिंग माइंस जिनके हैवी ब्लास्टिंग से कई घर जमींदोज हो गए. तो कई घरों में  दरार पड़ गई है. बस्ती के लोग भय के साये में जीने को मजबूर है. बीसीसीएल ना तो जमीन के बदले मुआवजा दे रही है और ना ही समुचित विस्थापन कर रही है. कई बार बीसीसीएल वादे किए लेकिन सब खोखले साबित हो हुए है. 


बस्ती के ग्रामीणों का कहना है कि पूर्वज के जमाने से हम लोग यहां रहते आ रहे है. बीसीसीएल अंतर्गत बस्ती समीप हिलटॉप आउटसिंग माइंस चला रही है. आउटसोर्सिंग द्वारा हैवी ब्लास्टिंग की वजह से दर्जनों घर जमींदोज हो गई है. कई घर में दरारे पड़ गई है. हर पल हम लोगों को डर लगा रहता है कि कभी भी काल के गाल में समा सकते है. 2023 सितंबर में हमारी बस्ती की तीन महिला गोफ में समा गई थी. जिससे उनकी मृत्यु हो गई थीं.


कई दिनों के प्रयास के बाद क्षत विक्षत कई टुकड़ों में शव निकाला गया था. बीसीसीएल की आरआर पॉलिसी के तहत जो नियम है वह उन्हें कम्पनी दे. वहीं कुसुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन आरआर  पॉलिसी के तहत ग्रामीणों का पुनर्वास करने की हर संभव प्रयास कर रहे है. जल्द ही सभी को सुरक्षित स्थान पर बसाने का काम किया जायेगा. वहीं अगर आउटसोर्सिंग कंपनी डीजीएमएस के नियम विरुद्ध ब्लास्टिंग, उत्खनन कर रही है तो जांच की जाएगी.
इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा 


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