धनबाद: धनबाद के कुसुंडा एरिया 6 के गोधर कुर्मीडीह में शुक्रवार सुबह एक जबरदस्त धमाका हुआ. धमाके के बाद 10 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया. घटनास्थल से केवल 50 मीटर की दूरी पर एनएच 32 है. गड्ढे से लगातार जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. गड्ढे बनने के साथ ही वहां भागदड़ मच गई. लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई. इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में डर का माहौल है. घटना के तीसरे दिन मंगलवार को बीसीसीएल (BCCL) मुख्यालय कोयला भवन से ( आईएसओ ) विभाग के दो अधिकारी घटना स्थल बसेरिया पहुंचे. इस दौरान अधिकारियों ने बंद हवा चानक व बसेरिया चार नंबर दुर्गामंदिर के समीप लगभग तीन माह पूर्व हुए भू धसान स्थल का निरीक्षण किया.


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बता दें कि धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन गैस रिसाव स्थल से चंद कदमों की दूरी पर है, जिससे रेल लाइन पर खतरा मंडरा रहा है. वही कोयला भवन के आईएसओ विभाग से आए अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि बंद एयर साफ्ट चानक (हवा चानक) से गैस का रिसाव काफी कम है, जबकि बसेरिया चार नंबर दुर्गा मंदिर के समीप बड़े इलाके में भूमिगत आग के कारण जमीन में जगह-जगह कई दरार पड़े हुए है. जमीन के बीच पड़े दरारों को देख इलाके को असुरक्षित बताते हुए जीके के कोलियरी प्रबंधन को ठंडा ओबी गिरा भराई करने की सलाह दी. इस बीच जीकेके कोलियरी प्रबंधन डिपार्टमेंटल स्तर पर बसेरिया चार नंबर में भराई का काम शुरू कर दिया है, जबकि भराई के काम में तेजी लाने के लिए साइनटीफिक सर्वे कराने व ओबी गिराने के लिए टेंडर प्रक्रिया में जुट गई है.


बता दें कि बसेरिया फाटक के पास बंद पड़े एयर सॉफ्ट चानक हवा चानक से रविवार को तेज आवाज के साथ गैस रिसाव की घटना हुई थी. इसके बाद सूचना पर जीकेकेसी प्रबंधन व धनसार रेस्क्यू टीम ने गैस की जांच कर भूमिगत आग के दायरे को रोकने के उद्देश्य से बसेरिया चार नंबर दुर्गा मंदिर के समीप बड़े इलाके को भराई करने की सलाह दी थी. इसके बाद ने बीसीसीएल प्रबंधन ने चानक के बाउंड्रीवाल के चारो ओर दीवार लेखन कर इलाके को खतरनाक क्षेत्र घोषित कर दिया है.


इस संबंध में जीकेके कोलियरी मैनेजर दिलीप कुमार ने कहा कि भूमिगत आग को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाया जा रहा है. इसी सिलसिले में बीसीसीएल मुख्यालय से आईएसओ विभाग से अधिकारी बसेरिया पहुंचे है. सलाह मशवरा कर इलाके को सुरक्षित करने के लिए फिलहाल डिपार्टमेंटल स्तर पर ओबी डंपिंग शुरू कर दिया गया है.


इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा