धनबाद नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए शुरू की पहल, कचरा उठाने वाली गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहनों में करेंगे तब्दील
धनबाद नगर निगम के द्वारा पुरानी गाड़ियों को, वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदल कर एक नया आकार दिया जाएगा. ताकि उनका इस्तेमाल कचरा उठाने के लिए किया जा सके.इस नई शुरुआत से शहर के प्रदूषण में कमी आएगी.
Dhanbad: देश भर में हवा बेहद जहरीली है. देश के ज्यादातर राज्यों में प्रदूषण काफी बढ़ गया है. राजधानी दिल्ली में हवा की क्वालिटी बेहद खराब है. वहीं, झारखंड में भी प्रदूषण की गंभीर स्थिति देखने को मिल रही है. राज्य में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर धनबाद नगर निगम ने एक पहल शुरू की है. जिसमें कचरा उठाने वाली बेकार पड़े वाहनों को अब मुंबई की कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करेगी.
ईंधन के खर्चे में आएगी कमी
धनबाद नगर निगम के द्वारा पुरानी गाड़ियों को, वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदल कर एक नया आकार दिया जाएगा. ताकि उनका इस्तेमाल कचरा उठाने के लिए किया जा सके. इससे राज्य में, जिले भर में चारों तरफ गंदगी को साफ करने में आसानी होगी. साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी पहल की गई है. इस नई शुरुआत से शहर के प्रदूषण में कमी आएगी और एक गाड़ी चलाने में सालाना 1 लाख पचास हजार ईंधन के खर्च में भी कमी आएगी. अब यह खर्च घटकर प्रति साल ₹18000 ही आया करेगा.
बैटरी पर चलेंगी गाड़िया
धनबाद नगर निगम द्वारा डोर टू डोर कचरा उठाने वाली वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करने जा रही है. शहर की सड़कों पर दिन रात दौड़ने वाली गाड़ियों को अब डीजल की जगह बैटरी से संचालित किया जाएगा. मुंबई की कंपनी के विशेष टेक्नीशियन की टीम धनबाद में आ कर गाड़ियों को बैटरी से चलने के लिए तैयार किया जाएगा. वहीं कंपनी के सीओ खुशबू पटेल ने बताया कि यह एक मेगा प्रोजेक्ट है जिसके तहत काम किया जा रहा है. अभी कुछ गाड़ियों को बैट्री से चला कर देखा जाएगा. बेहतर परिणाम आने के बाद सभी गाड़ियों को बैटरी से ही चलाया जाएगा. इससे जहां एक और पर्यावरण दूषित होने का खतरा कम होगा, तो दूसरी ओर गाड़ियों की आयु भी दस साल और बढ़ जाएगी. साथ ही डीजल के पैसे भी बचेंगे जिससे नगर निगम दूसरी और भी सुविधा जनता को दे सकेंगे.