धनबादः Sraswati Puja 2024: झारखंड के धनबाद में हर साल अपने हाथों से मां सरस्वती की अद्भुत और कलात्मक प्रतिमा निर्माण कर श्रद्धालुओं को चौंकाने वाले धनबाद के बीसीसीएल सिजुआ एरिया के सीनियर वित्त अधिकारी अभिजीत चैटर्जी इस बार एक्सपायरी दवा और माचिस की तीलियों से मां की अद्भुत प्रतिमा को अंतिम आकार देने में जुटे हैं.


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अभिजीत प्रतिमा निर्माण में इस वर्ष अपना 50वां साल पूरा कर रहे है. जिसे वह बेहद खास बनाने की तैयारी में हैं. अपने कार्मिक नगर स्थित आवास में प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हैं. उन्होंने बताया कि बीसीसीएल आज प्रगति की ओर है, इस वजह से इसमें प्रकृति को दर्शाते हुए मां सरस्वती का रथ ऊपर की ओर जाते हुए दिखाया गया. वहीं इस प्रतिमा की लंबाई 6 फीट जबकि चौड़ाई 3.5 फीट है.


गोल्डन जुबली वर्ष को विशेष बनाने के लिए अभिजीत पिछले लंबे समय से परिश्रम कर रहे हैं. एक्सपायर दवाओं का संग्रह कर लगभग 6 महीने से प्रतिमा और पंडाल को आकर दे रहे हैं. कोयला, ट्यूब लाइट, साबुन और मूंगफली के छिलके जैसी चीजों से अब तक मां सरस्वती की अद्भुत प्रतिमा को आकार देने वाले अभिजीत की इस अद्भुत कला का दृश्य अगले वर्ष से धनबाद के लोगों को शायद नसीब न हो, क्योंकि इस वर्ष बीसीसीएल से सेवानिवृत्त होने के बाद वह आराम करना चाहते है. उन्होंने बताया कि बीसीसीएल की सेवा से वह इस वर्ष अप्रैल माह में सेवानिवृत्ति हो रहे है. जिसके बाद वह रांची और कोलकाता स्थित अपने परिवार के संग समय देंगे.


अभिजीत के हाथों से निर्मित मां शारदे की प्रतिमा कोयला नगर स्थित दीक्षा महिला मंडल की ओर से साईं मंदिर के पास अन्नपूर्णा हाल में आयोजित पूजा पंडाल में विराजेंगी. कोयला नगर में जहां एक्सपायर दवाओं से बनी प्रतिमा विराजेगी. वहीं पंडाल में एक ही छत के नीचे उनके हाथों से पिछले 50 वर्षों में अलग-अलग वस्तुओं से निर्मित प्रतिमाएं भी विराजमान होगी, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होगा.
इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा, धनबाद 


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