धनबाद: धनबाद रेल डिवीजन जो देश का सबसे अधिक राजस्व कमाने वाला रेलवे डिवीजन है, दिसंबर माह की माल ढुलाई रिपोर्ट में बिलासपुर डिवीजन से मामूली अंतर से पीछे रह गया. हालांकि, आय के मामले में धनबाद डिवीजन ने फिर से अपनी पकड़ मजबूत रखते हुए शीर्ष स्थान पर कब्जा बनाए रखा. धनबाद डिवीजन के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मासिक प्रगति रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कि दिसंबर 2024 में धनबाद डिवीजन का माल ढुलाई आंकड़ा 16.97 मिलियन टन रहा, जबकि बिलासपुर का 16.99 मिलियन टन. इस मामूली अंतर के बावजूद अप्रैल से दिसंबर तक की अवधि में धनबाद डिवीजन ने 142.92 मिलियन टन माल लोडिंग के साथ बिलासपुर के 139.02 मिलियन टन को पीछे छोड़ दिया.


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आय के मामले में धनबाद शीर्ष पर
जानकारी के अनुसार आय के क्षेत्र में धनबाद डिवीजन ने दिसंबर माह में 2324.84 करोड़ रुपये कमाए, जबकि बिलासपुर डिवीजन की आय 2107.22 करोड़ रुपये रही. अप्रैल से दिसंबर तक का कुल आंकड़ा देखें तो धनबाद डिवीजन ने 19957.31 करोड़ रुपये की आय अर्जित की, जो बिलासपुर के 17725.53 करोड़ रुपये से काफी अधिक है.


यात्री सुविधाओं में सुधार
डीआरएम ने यात्री सुविधाओं में हो रहे सुधार पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि कुंभ मेले के मद्देनजर धनबाद डिवीजन से 12 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा भूली-तेतुलमारी ट्रैक पर आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. उद्घाटन के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया है और संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे.


रेल मिलिंग मशीन की शुरुआत
धनबाद डिवीजन ट्रैक सुधार के लिए नई पहल कर रहा है. डीआरएम ने जानकारी दी कि इंडियन रेलवे में पहली बार धनबाद डिवीजन रेल मिलिंग मशीन का उपयोग करेगा. यह मशीन ट्रैक की गुणवत्ता और सुरक्षा को बेहतर बनाएगी.


रेलवे की आगे की योजना
डीआरएम ने बताया कि माल ढुलाई में फिर से पहले स्थान पर आने की पूरी कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि धनबाद डिवीजन न केवल राजस्व बल्कि यात्री सेवाओं और ट्रैक सुधार में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिबद्ध है.


इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा


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