Uttarkashi Tunnel Rescue: बिरनी में एक बार फिर मनी दिवाली, सुबोध और विश्वजीत के सुरंग से बाहर निकलने पर आतिशबाजी
Uttarkashi Tunnel Rescue: पिछले 17 दिनों से उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे बिरनी के सिमरा ढाब के दो मजदूर सुबोध वर्मा और विश्वजीत को मंगलवार की रात सुरंग से बाहर निकलने के बाद बिरनी में जश्न का माहौल देखने को मिला.
गिरिडीह: Uttarkashi Tunnel Rescue: पिछले 17 दिनों से उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे बिरनी के सिमरा ढाब के दो मजदूर सुबोध वर्मा और विश्वजीत को मंगलवार की रात सुरंग से बाहर निकलने के बाद बिरनी में जश्न का माहौल देखने को मिला. जैसे ही विश्वजीत और सुबोध के परिजनों को यह सूचना मिली की दोनों सकुशल बाहर निकल गए हैं तो दोनों के घर बाहर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं दोनों के सकुशल बाहर निकलने की खुशी में जमकर आतिशबाजी भी की गयी. इधर दोनों मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने के बाद लोगों ने सुबोध और विश्वजीत के परिजनों को मिठाई खिलाकर बधाई दी. अपने बेटे के बाहर निकलने की खुशी के बाद सुबोध की मां चंद्रिका देवी और पिता बुधन महतो की आंखे नम हो गयी.
वहीं केशोडीह के रहने वाले मजदूर विश्वजीत वर्मा के पिता हेमलाल और पत्नी चमेली देवी को भी जैसे ही विश्वजीत के बाहर निकलने की सूचना मिली तो उनके चेहरे पर 17 दिनों के बाद मुस्कान लौटी और उनकी भी आंखें खुशी से नम हो गयी. विश्वजीत के गांव केशोडीह में भी मंगलवार को दूसरी बार दीपावली जैसा माहौल देखने को मिला. विश्वजीत के टनल से सकुशल बाहर निकलने के बाद यहां दूसरी बार दीपावली मनाई गई. यहां भी काफी संख्या में आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और परिजनों को मिठाई खिलाई.
वहीं सुबोध के गांव सिमरा ढाब में मंगलवार की शाम से ही लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी थी. जैसे-जैसे रेस्क्यू का समय करीब आते गया सुबोध के घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी. स्थानीय मुखिया दिलीप दास भी देर शाम से ही सुबोध के घर के बाहर डटे हुए थे. जैसे ही सुबोध बाहर निकला तो मुखिया समेत अन्य सदस्यों से खुशी का इजहार किया और रेस्क्यू अभियान में शामिल टीम के सभी कर्मियों को बधाई दी.
इनपुट- मृणाल सिन्हा