देवघऱ:Jharkhand News: कहा जाता है कि हैसियत के सामने अकसर हसरतें दम तोड़ जाती है, लेकिन इंसान जब विपरीत परिस्थिति में भी अपने बुलंद हौसले की बदौलत लक्ष्य को पाने में अपनी पूरी ताकत लगा देता है तो हैसियत अक्सर इरादों के सामने घुटने टेक देती है. देवघर के सचिन की सफलता की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. पिता एक ऑटो चालक हैं घर बड़ी मुश्किल से चलता है. ऐसे में घर में ही एक खटाल खोल दिया गया है और दूध बेचकर अपने बच्चों के सपने पूरे करने में पूरी जिंदगी लगा दी.  आज उसने एनडीए में सफलता हासिल कर ली है.


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देवघर के सचिन ने विपरीत परिस्थिति में भी अपनी कड़ी मेहनत से पूरे देवघर का नाम रोशन किया है. सचिन एनडीए में क्वालीफाई कर चुका है और ट्रेनिंग के लिए उसे जॉइनिंग लेटर भी आ चुका है. इस उपलब्धि से उसके पूरे परिवार में काफी खुशी का माहौल है. पिता एक ऑटो चालक हैं. साथ ही घर में एक छोटा दूध का खटाल भी रखे हुए हैं. सचिन का सपना देश की सेवा करना था और कुछ अलग हटकर. इसलिए उसने डिफेंस का रास्ता चुना और एनडीए क्वालीफाई कर उन तमाम युवा को एक मैसेज दिया जो यह कहते हैं कि हमसे नहीं हो पाएगा.


परिवार भी इस सफलता से काफी खुश हैं. वहीं दूसरी ओर सांसद निशीकांत दुबे के आवास पहुंचे परिजन को सांसद ने मिठाई खिलाकर बधाई दी. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इनके लोकसभा क्षेत्र में पिछले 10 सालों में यूपीएससी, एनडीए सहित कई ऐसी परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले मध्यम वर्ग के छात्र-छात्राओं की लंबी सूची है. खास बात यह है कि मध्यमवर्गीय परिवार में पढ़ने और लक्ष्य को प्राप्त करने का जुनून है. इसलिए देवघर सहित इनके लोकसभा क्षेत्र में लगातार छात्र और छात्राएं परचम लहरा रहे हैं.


इनपुट- विकास राऊत


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