Frog Wedding: मेंढ़क बना दूल्हा, मेढ़की बना दुल्हन, बारिश के लिए दुमका में हुई ये अनोखी शादी
Frog Wedding: बारिश नहीं होने के चलते दुमका में किसान चिंतित है. मानसून के दगा देने के कारण और न बराबर बारिश होने से खेती में इसका असर पड़ता दिख रहा है. किसानो को अब इस बात का डर सताने लगा है कि कही पिछले साल की तरह इस साल भी सुखाड़ न हो जाय.
दुमका:Frog Wedding: बारिश नहीं होने के चलते दुमका में किसान चिंतित है. मानसून के दगा देने के कारण और न बराबर बारिश होने से खेती में इसका असर पड़ता दिख रहा है. किसानो को अब इस बात का डर सताने लगा है कि कही पिछले साल की तरह इस साल भी सुखाड़ न हो जाय. किसान अच्छी वर्षा हो इसको लेकर कई टोटके भी कर रहे है. खास कर आदिवासी किसान अपने पुराने परम्परा के तहत गांव में मेढ़क मेढ़की की शादी करा रहे है. जिससे आदिवासी संथाल जनजाती को विश्वाश है कि मेंढक मेढ़की की शादी के बाद जरूर वर्षा होगी और खेतों में धान और मकई के फसल लहरायेंगे.
दुमका जिला के मसलिया प्रखंड के गोलपुर गांव में आदिवासी रीति रिवाज के साथ बड़ी धूमधाम से पूरे गांव में मेंढक और मेढकी की शादी कराई गई. जिसमें शादी की रीति रिवाज के अनुसार एक पक्ष कन्या का हुआ और दूसरा पक्ष वर पक्ष का हुआ. जिसमें बराती के रूप में कन्या पक्ष के पास वर पक्ष गए. पूरी शादी की परंपरा के अनुसार मेंढक और मेढकी की शादी कराई गई. पूरे गांव में शादी की रस्म के बाद भोजन कराया गया. कि इस शादी के बाद आदिवासी किसानों में कन्या पक्ष का कहना है कि उनकी परंपरा के अनुसार जब भी मेंढक की शादी कराई जाती है तो वर्षा अवश्य होती है.
वही वर पक्ष के द्वारा भी यह कहा गया कि जब बारिश नहीं होती है तो मेंढक और मेढकी की शादी की अनूठी परंपरा परंपरा को निभाते हुए गांव में मेंढक और मेढकी की शादी कराई जाती है. उसके बाद वर्षा जरूर होती है. ये परंपरा काफी पुरानी है. पिछले वर्ष भी जब वर्षा नहीं हो रही थी तो मेंढक मेंढकी की शादी कराने के बाद वर्षा होना शुरू हो गया था. इस वर्ष भी वर्षा नहीं होने के कारण स्थिति काफी गंभीर है. खेती नहीं हो पा रहा है इसलिए मेंढक मेंढकी की शादी कराई गई.
इनपुट- सुबीर चटर्जी