Hazaribagh: हजारीबाग जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के हुटपा निवासी कृष्णा महतो ने अपने पुत्र अनिल की शादी 28 अप्रैल 2021 को टाटीझरिया के झरपो निवासी कांसी महतो की पुत्री के साथ बड़े धूमधाम से की थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ग्रामीणों के अनुसार विवाह के दो दिन पूर्व दूल्हे को हल्का बुखार व जुकाम आया था. इसकी अनदेखी कर परिजन विवाह की तैयारी में जुटे रहे और दोनों पक्ष के लोग पूरे धूमधाम से विवाह में शामिल हुए.


विवाह के बाद दूल्हे की तबीयत बिगड़ने लगी. 4 मई को सांस लेने में परेशानी होने लगी तो आनन-फानन में उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. मृतक के भाई धीरज पुरी के द्वारा अपने बीमार भाई अनिल की जान बचाने के लिए सदर हॉस्पिटल हजारीबाग में वेंटिलेटर के लिए उपायुक्त, एसडीओ, सांसद ऑफिस, विधायक प्रतिनिधि विजय साव आदि से गुहार लगाया गया.


इसके बाद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधियों पर इसका जरा भी न असर पड़ा और कहीं से मरीज को मदद नहीं मिला. ऐसे में ऑक्सीजन की कमी से उसकी मौत हो गई. परिजन का आरोप है कि हॉस्पिटल स्टाफ ने अचानक ऑक्सीजन बंद कर दिया जिसकी वजह से मरीज ने दम तोड़ दिया. मरीज के भाई धीरज ने सभी जिम्मेदार से बात किया लेकिन कहीं से मदद नहीं मिला. 


सिविल सर्जन को सूचना दी गयी कि ऑक्सीजन बन्द हो गया है वो बोले कि सुपरिटेंडेंट से बात करो जब उनको कॉल लगाया गया तब उनका मोबाइल ऑफ आ रहा था. दोबारा कॉल करने के बाद सिविल सर्जन ने स्टाफ भेजा और वेंटिलेटर नहीं चलने की बात कह कर मरीज को घर ले जाने की बात कही.


ये भी पढ़ें- Jharkhand में कोरोना का कहर जारी, 141 लोगों की मौत, 5770 नये मामले सामने आये


मृतक घर का बड़ा पुत्र था. गुरुवार को शव एंबुलेंस से हुटपा श्मशान घाट तक लाया गया और यहां अंतिम संस्कार किया गया. नव विवाहित लड़के की मौत की सूचना मिलते ही घर में मातम छा गया परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. सबसे बुरा हाल तो नई नवेली दुल्हन की है ग्रामीणों के अनुसार कोरोना की अनदेखी नहीं की गयी होती तो आज ये नौबत नहीं आती.


(इनपुट- यादवेंद्र सिंह मुन्नू)