दुमका: दुमका की बेटी अंकिता का सोमवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कड़ी सुरक्षा के बीच उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई. रविवार की सुबह जैसे ही अंकिता की मौत की खबर सामने आई तो दुमका में तनावपूर्ण स्थिति बन गई. गुस्साए लोगों ने सड़कों पर उतर कर जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपी शाहरुख हुसैन को फांसी देने की मांग की. 


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धारा 144 लागू


घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा दी है. दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि घटना में 90 फीसदी झुलस गयी युवती को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गयी. युवती के मरने की सूचना दुमका पहुंचने पर वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई, वहां दोषी को फांसी देने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. वहीं हत्या के आरोपी को शाहरुख हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान वो मुस्कुराते हुए नजर आया.  



दुमका में हालात तनावपूर्ण


सोमवार सुबह भी दुमका में हालात काफी तनावपूर्ण था. लोग आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग कर रहे थे. बता दें कि 5 दिनों तक संघर्ष के बाद अंकिता ने रांची के रिम्स में दम तोड़ दिया. शनिवार की देर रात उसने अंतिम सांस ली. अंकिता के आखिरी सफर में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरान सभी लोग अंकिता को इंसाफ दिलाने की मांग करत रहे. इसे देखते हुए अंकिता घर के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 


बीजेपी ने उठाए सवाल


वहीं इस मामले में गोड्डा से भाजपा सांसद डा. निशिकांत दूबे ने ट्वीट करते हुए कहा कि , ‘‘काश दुमका की बेटी अंकिता को हमलोग शाहरुख़ जैसे दरिंदे से बचा पाते.’’ सांसद ने आगे दुमका के पुलिस उपाधीक्षक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लिखा है, ‘‘मुस्लिम पदाधिकारी नूर मुस्तफ़ा का अपराधी का साथ देना देश के लिए घातक. संथालपरगना अपनी बेटी की हत्या के बाद उद्वेलित है.’’


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खिड़की से पेट्रोल डालकर लगाई आग 
23 अगस्त को दुमका के जरुवाडीह मोहल्ले में रहने वाली अंकिता अपने घर में सोई हुई थी. तभी लगभग सुबह के 5 बजे पड़ोस में रहने वाले शाहरुख हुसैन ने खिड़की से अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. जिसके बाद परिजन ने उसे इलाज के लिए दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर गए. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया था.


इनपुट- पीटीआई/भाषा