देवघर: PM Jan Aushadhi Center: प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के अंतर्गत आज पीएम मोदी ने देवघर एम्स स्थित 10,000 वें जन औषधि केंद्र का ऑनलाइन लोकार्पण किया. इस मौके पर देवघर एम्स में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार मनसुख मंडाविया और सांसद निशिकांत दुबे मौजूद रहे. इस कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री और सांसद जसीडीह स्थित इफको नैनो फर्टिलाइजर प्लांट जाकर उसका निरीक्षण करेंगे. देवघर एम्स में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और सांसद ने स्वास्थ्य केंद्र और जन औषधि केंद्र का निरीक्षण भी किया. कार्यक्रम के तहत सभी अतिथियों ने प्रधानमंत्री के संवाद को भी सुना और भारतीय जन औषधि केंद्र के उद्घाटन के ऑनलाइन गवाह भी बने.


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इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महिला सशक्तिकरण और किसानों के विकास के बारे में बात की. केंद्र सरकार का लक्ष्य भारत को कृषि के क्षेत्र में उन्नत बनाना है. नमो ड्रोन दीदी को आज लॉन्च किया गया और इससे महिला कृषि के क्षेत्र में उन्नत होगी. प्रधानमंत्री का सपना है भारत को विकसित राष्ट्र बनाना, जिसकी राह पर भारत निकल पड़ा है. हर गरीब परिजन को सस्ते दर पर इलाज और सस्ती दर पर दवाइयां मिले प्रधानमंत्री का मुख्य उद्देश्य यही है. जिससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी बल्कि गरीबों को बड़ी राहत भी मिलेगी.


झारखंड के लिट्टीपाड़ा और सुंदर पहाड़ी में आदिवासी बच्चों की लगातार हो रही मौत पर मनसुख मंडाविया केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूरी घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद निशिकांत दुबे और बाबूलाल मरांडी को क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया था. जिसके बाद स्थिति की पूरी जानकारी लेने के बाद अब इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पहल करेगी और आदिवासी क्षेत्र में तमाम सुविधाएं देकर उन्हें स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएगी. वहीं सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जिस क्षेत्र में डॉक्टर नहीं है बुनियादी सुविधाएं नहीं है उस क्षेत्र में एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्था का होना बहुत बड़ी सौगात है. प्रधानमंत्री ने देवघर एम्स की सौगात देकर इस पिछड़े क्षेत्र को उन्नत बना दिया है. जन औषधि केंद्र खुल जाने से गरीब जनता को बड़ी राहत मिलेगी. इसके पहले लोगों को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता मुंबई दिल्ली पटना जैसे क्षेत्र जाना पड़ता था.


इनपुट- विकाश राऊत


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