Jharkhand News: वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए बन रहे ट्रांसमिशन लाइन के विरोध में ग्रामीण, कर्मचारियों संग मारपीट के बाद एफआईआर दर्ज
Jharkhand News: ग्रामीणों ने कहा कि ग्रिड निर्माण होने से उनकी खेती योग्य जमीन बर्बाद हो जाएगी, ऐसे में यह कार्य नहीं करने दिया जाएगा.
Vande Bharat Train: वंदे भारत को फुल स्पीड में चलाने के लिए कोडरमा में ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण ग्रामीणों के विरोध के बाद रुका. ट्रांसमिशन लाइन के लिए टावर लगाने वाली एजेंसी के कर्मियों के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की. एजेंसी ने ग्रामीणों के विरुद्ध थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी, उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने एसडीओ को दिए जांच के आदेश.
बिहार और झारखंड को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की रफ्तार पर कोडरमा में लगाम लग गई है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस ट्रेन की अधिकतम गतिसीमा 160 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई थी. लेकिन जब यह ट्रेन कोडरमा से होकर गुजरेगी तो उसकी रफ्तार 160 के बजाय 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. वंदे भारत ट्रेन को पूरी रफ्तार से चलाने के लिए एक्स्ट्रा पावर की जरूरत होती है. एक्स्ट्रा पावर जेनरेट करने के लिए कोडरमा में ग्रिड का निर्माण किया जाना है. ग्रामीणों के विरोध के बाद निर्माण ठप्प हो गया है.
ये भी पढ़ें:कुर्मी समाज ने रेल रोको आंदोलन लिया वापस, 3 राज्यों में सामान्य रहेंगी ट्रेन सेवाएं
दरअसल, कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से गझंडी तक ग्रिड तक अलग ट्रांसमिशन लाइन ले जाने के लिए गडगी में टावर का निर्माण किया जा रहा था, जिसे ग्रामीणों ने रोक दिया और निर्माण कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की है. बहरहाल, मामला थाना पहुंचा और निर्माण एजेंसी ने ग्रामीणों के विरुद्ध प्राथमिक की भी दर्ज कराई. वहीं, दूसरी तरफ ग्रामीणों को संतुष्ट करने का प्रयास जारी है.
ये भी पढ़ें: Trains Cancelled: झारखंड में आंदोलन के कारण 9 ट्रेनें रद्द, 8 के मार्ग में परिवर्तन
ग्रामीणों की माने तो बगैर सूचना उनकी जमीन पर निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसका उनलोगो ने विरोध किया. ग्रामीणों ने कहा कि ग्रिड निर्माण होने से उनकी खेती योग्य जमीन बर्बाद हो जाएगी, ऐसे में यह कार्य नहीं करने दिया जाएगा. वहीं, पूरी पूरा मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद डीसी मेघा भारद्वाज ने एसडीओ को जांच के आदेश दिए हैं और ग्रामीणों को समझा बूझकर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने का भरोसा दिलाया है.
रिपोर्ट: गजेंद्र सिन्हा