धनबाद: झारखंड सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों,आवासीय स्कूलों के माध्यम से बेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लाख दावा करे लेकिन हकीकत कुछ और ही है. करोड़ो की लागत से विद्यालय भवन का निर्माण और फिर उद्घाटन कर दिया जाता है उसमें मिलने वाले मूलभूत सुविधा का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है. इसका ताजा उदाहरण है पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन द्वारा धनबाद दौरा के दौरान मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से 26 जून 2024 को सरायढेला कोलाकुसमा बगुलाबस्ती में निर्माण हुई 4.4करोड़ की लागत से झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया गया था.


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उद्घाटन के साथ आवासीय विधालय में पढ़ने वाली छात्राओं और शिक्षकों को उमीद थी कि करोड़ो से बनी आवासीय विधालय में सारी सुविधाएं होगी. लेकिन यह उम्मीद टूट गई. आवासीय विधालय में पानी की घोर समस्या है. दो चापानल खराब पड़े है. विधालय का वाटर मोटर सिस्टम फेल है. आवासीय विधालय में 317 छात्राएं अध्ययन करती है. जबकि छात्राओं को पढ़ाने और देखभाल को लेकर कई शिक्षक व वार्डन है. पानी की समस्या से परेशान लगभग 190 छात्राएं स्कूल छोड़ दी है. उनके अभिभावक सभी को अपने साथ घर ले गए. वहीं अन्य छात्राएं पानी की समस्या के बीच अपनी पढ़ाई कर रही है.


छात्राओं ने कहा कि पानी की समस्या है. सरकार से आग्रह है कि इसे दूर करे. वहीं विद्यालय की वार्डन ने कहा कि विधालय में पानी की दिक्कत है. विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है. अभी टैंकर और 80 बड़े बोतल पानी लेकर स्कूल में खाना बनाने और अन्य जरूरत का काम को पूरा किया जा रहा है. वार्डेन के अनुसार ठेकेदार की ओर से स्कूल में तीन बोरिंग की गई.  इनमें से एक बोरिंग से रुक- रुक कर मुश्किल से पानी आता है जो अपर्याप्त है, वहीं अन्य दो बोरिंग से भी जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. प्लंबर ने बताया कि बोरिंग में पानी नहीं है.


इनपुट- नितेश मिश्रा


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