बेगूसराय : बिहार के बेगूसराय में तलाक के एक मामले में पीड़िता ने न्याय के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई है. पीड़िता ने अपने पति का वीजा कैंसिल कराने की मांग की है, जिससे कि उसका पति विदेश नहीं जा सके.


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बेगूसराय के छौराही ओपी के परोरा गांव निवासी शबनम खातून को उसका पति मोहम्मद अफरोज ने 27 सितंबर 2015 को सऊदी अरब से फोन पर ही तलाक दे दिया था. अफरोज समस्तीपुर जिला के चांद चोर गांव का रहने वाला है.


पूरे मामले पर शबनम का कहना है कि छह जून 2018 को उसका पति मोहम्मद अफरोज सऊदी अरब से बिहार पहुंचा है और उसने दूसरी शादी कर फिर से सऊदी अरब भाग जाना चाह रहा है. शबनम का आरोप है कि तलाक के बाद उसने 29 सितंबर 2015 को ही बेगूसराय मंझौल अनुमंडल कोर्ट में एक नालसी किया था, जिसमें उसने अपने पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया था.


शबनम और अफरोज की शादी 23 अप्रैल 2012 को हुई थी. शबनम को दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं. इस बीच उसका पति मोहम्मद अफरोज सऊदी अरब कमाने चला गया. बीच में वह दो बार वापस भी आया और अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था. शबनम का कहना है कि उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं और पति ने उसे फोन पर तलाक देकर दूसरी निकाह कर लिया है. मुझे न्याय चाहिए.


उसने आरोप लगाया है कि उसका पति शादी के बाद सऊदी अरब भागना चाह रहा है. इसलिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुषमा स्वराज से गुहार लगाती है कि वह वीजा कैंसिल कर उसके पति को विदेश भागने से रोके और उसे न्याय दिलाया जाए.