पटना : बिहार विधान मंडल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठते रहते हैं. कुछ दिन पहले तेजप्रताप के बाउंसर को बिना अनुमति घुसाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि आवारा कुत्तों ने विधानसभा परिसर में आंतक मचा दिया. शुक्रवार को आवारा कुत्तों ने तीन सुरक्षाकर्मियों को काट लिया. एक विधानसभा कर्मचारी भी कुत्ते के हमले में घायल हो गए. जिस समय यह घटना हुई, उस वक्त सीएम नीतीश कुमार विधानसभा में मौजूद थे.


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बिहार विधान मंडल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लाख दावे किए जाएं, लेकिन हालात नहीं सुधर रहे. कुछ दिन पहले तेजप्रताप यादव बिना अनुमति के अपने बाउंसर के साथ विधानसभा परिसर में आए थे. काफी बवाल मचा था. कार्रवाई की बात कही गई थी. लेकिन नतीजे 'ढाक के तीन पात' रहे.


शुक्रवार को आवारा कुत्तों ने विधानसभा परिसर में जमकर आतंक मचाया. ये कुत्ते पहले आपस में भिड़ गए. उसके बाद एक-एक कर तीन सुरक्षाकर्मियों को अपना निशाना बना लिया. आवारा कुत्ते की चपेट में एक विधानसभा कर्मचारी भी आ गए. विधानसभा सचिवालय ने भी ये नहीं सोचा था कि इस तरह की घटना विधानसभा परिसर में हो सकती है. यही वजह है कि विधानसभा डिस्पेंशरी में कुत्ते काटने की दवा उपलब्ध नहीं थी. बाद में घायल सुरक्षाकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया.


विधानसभा में यह घटना उस वक्त घटी जब सदन में सीएम नीतीश कुमार मौजूद थे. उस वक्त विधानसभा में लेखानुदान विधेयक पेश हो रहा था. घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि उन्हें बिना पास वाले लोगों को परिसर में घुसने से रोकने के लिए कहा गया, लेकिन आवारा कुत्तों का क्या किया जाए उन्हें नहीं मालूम. वहीं, मंत्री राणा रंधीर को जब इस बात की जानाकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि वो पूरे मामले की जानकारी विधानसभा सचिवालय को देंगे. मामला बेहद गंभीर है.