Patna News: पटना के काइरोप्रैक्टर डॉ. रजनीश कांत ने सात समुंदर पार वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सम्मान प्राप्त कर बिहार का मान बढ़ाया है. उन्हें यह सम्मान ब्रिटिश पार्लियामेंट लंदन में आयोजित समारोह के दौरान दिया गया है. लंडन से सम्मानित होने के बाद डॉ रजनीश कांत पहली बार पटना पहुंचे है. पटना एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. पटना पहुंचने के बाद डॉक्टर रजनीश कांत ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा यह पल हमारे लिए काफी अनोखा है. हमेशा मेरे लिए ये पल बहुत यादगार रहेगा. आज यहां तक पहुंचा हूं, इतनी भीड़, आप लोग मेरे स्वागत के लिए खड़े हैं. ये वो लोग हैं जिनका मुझसे लगाव है और जिनका मैंने इलाज किया है. आज वो स्वस्थ हैं. डॉक्टर रजनीश कांत ने बताया कि जब मुझे पता चला कि लंदन जाना है और ब्रिटिश पार्लियामेंट में अवार्ड लेना है, तो उस वक्त एक अलग ही अनुभव महसूस हुआ. उस पल को बया नहीं किया जा सकता. 


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बिहार के एक छोटे से गांव आरा के बेगमपुर से निकलकर जब हम इस मुकाम तक पहुंच सकते हैं, तो ये अनुभव एकदम अलग होता है. वैसे लंदन में बहुत सारे बिहारी रहते है. डॉक्टर रजनीश कांत ने बताया कि हमारा इलाज बिना दवा का होता है. आज के समय में सभी लोग दवा खाकर परेशान हो चुके हैं. चाहे दर्द कैसा भी हो एक बार सर्जरी से पहले मुझसे मिले, आपका इलाज हो सकता है. आप ठीक हो सकते है. पटना पहुंचने के बाद डॉक्टर रजनीश कांत सीधे अपने घर आरा के लिए रवाना हो गए. जहा वो अपने परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेंगे.


बता दे की इससे पहले 29 जून को दुबई में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से भी सम्मानित किया जा चुका है. डॉ. रजनीश कांत को काइरोप्रैक्टिक के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है. डॉक्टर रजनीश कांत महीने की पहली तारीख को 100 मरीजों का मुफ्त इलाज करते है. 


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