रांची : झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ईडी के समन पर मंगलवार को एयरपोर्ट रोड स्थित एजेंसी के जोनल ऑफिस में हाजिर हुए. ईडी ने उनके पीएस संजीव कुमार लाल, घरेलू सहायक जहांगीर आलम और अन्य करीबियों के ठिकानों पर 6-7 मई को की गई छापेमारी में 35.23 करोड़ रुपए बरामद किए थे. अब इसी मामले में मंत्री आलमगीर से पूछताछ शुरू हो रही है.


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आलमगीरी से ईडी ने शुरू की पूछताछ
आलमगीर आलम झारखंड सरकार के कैबिनेट में नंबर दो हैसियत वाले मंत्री हैं. वह झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं. ईडी ने उनके पीएस संजीव कुमार लाल एवं घरेलू सहायक जहांगीर लाल को 8 मई से रिमांड पर लिया है और उनसे लगातार पूछताछ जारी है. इस दौरान खुलासा हुआ है कि ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में टेंडर मैनेज करने से लेकर भुगतान में कमीशन की वसूली होती थी और इसका निश्चित हिस्सा बड़े अफसरों और राजनेताओं तक पहुंचता था.


आय-व्यय और संपत्ति से जुड़े ब्योरों पर भी पूछताछ करेगी एजेंसी
ईडी ने इन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में जो पिटीशन दिया था, उसमें बताया गया है कि संजीव कुमार लाल ही कमीशन वसूलता था और इसका प्रबंधन करता था. संभावना जताई जा रही है कि मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ के दौरान उनका सामना पीएस संजीव कुमार लाल और घरेलू सहायक जहांगीर आलम से भी कराया जा सकता है. एजेंसी मंत्री से उनके आय-व्यय और संपत्ति से जुड़े ब्योरों पर भी पूछताछ करेगी.


क्या है पूरा मामला
जानकारी के लिए बता दें कि आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल के करीबी जहांगीर के घर से 35 करोड़ रुपये नकद मिले हैं. यह पैसा टेंडर में कमीशन से कमाया गया है. इस समय संजीव लाल और जहांगीर दोनों ED की रिमांड पर हैं. इसलिए यह संभावना है कि संजीव लाल, जहांगीर और मंत्री आलमगीर आलम को आमने-सामने बैठाकर कई सवाल पूछे जा सकते हैं. सूत्रों के अनुसार मंत्री आलमगीर आलम से उनके ओएसडी संजीव लाल के नौकर के घर इतना पैसा कहां से आया, इस बारे में सवाल किया जा सकता है. इसके अलावा उनसे ओएसडी और उनके नौकर से जुड़े अन्य सवाल भी पूछे जा सकते हैं.


इनपुट-  आईएएनएस


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