कैमूर : कैमूर जिले के जिला मुख्यालय भभुआ में खेतिहर मजदूर किसान यूनियन संघ के दर्जनों लोग हाथों में माले का झंडा लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भभुआ शहर में पैदल मार्च कर एकता चौक पर पुतला दहन किया. उनका कहना था 19 नवंबर को संतोष मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी उसके मुख्य अभियुक्त को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है. यहां के पुलिस पदाधिकारी अपराधियों से साठ गांठ कर उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रहे हैं, इसी के विरोध में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया जा रहा है.


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अखिल भारतीय खेतिहर मजदूर सभा के प्रांतीय महासचिव अशोक बैठा ने जानकारी देते हुए बताया हम लोग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर रहे हैं. क्योंकि यहां कैमूर जिले में 16 नवंबर को फसल काट रहे महादलित को कुढनी थाने की पुलिस और मोहनिया से गई फोर्स द्वारा बर्बरता पूर्वक मारपीट किया गया था. जिसमें आधा दर्जन महिला सहित दर्जनों लोगों को चोट आई थी. उन लोगों द्वारा अपना इंजरी कटा कर इलाज कराने के बाद एससी-एसटी भभुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया. आज तक वह एफआईआर कोर्ट में नहीं गया, क्योंकि पुलिस गुंडो के साथ मिलकर महादलित का पिटाई किया था.


उस समय एसपी और डीआईजी ने कहा था कार्रवाई होगा मुख्यमंत्री तक लिखित आवेदन दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुआ. यह खुल्लम-खुल्ला गुंडाराज चल रहा है. हमारा मांग है की वैसे अपराधी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और 19 नवंबर को महादलित संतोष मांझी का गोली मारकर हत्या कर दिया गया था उसके मुख्य अभियुक्त को अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं कर पाई है, लाखों रुपया घुस पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं करने को लेकर लिया गया है. महादलीतो पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आज नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया है. आगे भी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रहेगा.


इनपुट- मुकुल जायसवाल


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