गया: बिहार के गया के बोधगया में एक ऐसा मंदिर है, जहां 1002 भगवान बुद्ध की है. यहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है. यहां देश–विदेश से पर्यटक व बौद्ध श्रद्धालु लोग पहुंचते है. यहां पिछले वर्ष बौद्ध धर्म गुरु 14वें दलाई लामा भी पहुंचे है.


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भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया में एक ऐसा मंदिर जहां भगवान बुद्ध की 1002 प्रतिमा स्थापित है. बोधगया के पल्यूल नामद्रोलिंग मंदिर (निगमा मंदिर 2) में 1002 भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित है. वहीं 1 बड़े भगवान बुद्ध की प्रतिमा है. यहां देश विदेश से हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यहां पहुंच कर भगवान बुद्ध का पूजा अर्चना करते है.


पल्यूल नामद्रोलिंग मंदिर (निगमा मंदिर 2) के गर्भगृह में चारों ओर दीवारों में भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की गई है. बोधगया का यह इकलौता मंदिर है. जहां भगवान बुद्ध की 1002 प्रतिमा स्थापित है. भगवान बुद्ध की इन आकर्षक प्रतिमाओं को देखने के लिए विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षु व पर्यटक यहां आते है. 


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वहीं कोलकाता से आये पर्यटक ने बताया की हम लोग यहां पहली बार आये है. पूजा अर्चना कर बहुत अच्छा लगा ऐसा लगता है कि यहां आने के बाद शांति की अनुभूति हो रही है. पल्यूल नामद्रोलिंग मंदिर (निगमा मंदिर 2) के मुख्य पुजारी भंते नेगी गुरु जी ने बताया कि बौद्ध धर्म में ऐसी मान्यता है कि भगवान बुद्ध का चौथा रूप का महापरिनिर्वाण हो चुका है और अभी 998 भगवान बुद्ध का महापरिनिर्वाण होना बाकी है.


इसी को देखते हुये भगवान बुद्ध की बोधगया मे 1002 प्रतिमा स्थापित की गई है. यहां पूजा अर्चना करने से दुख, कष्ट से मुक्ति मिलती है और शांति अनुभूति होती है.
इनपुट- पुरूषोत्तम कुमार


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