पहले स्टेशन पर लीजिए सोनपापड़ी और दूसरे पर लिट्टी चोखा, पटना पहुंच खा लीजिए बालूशाही, बिहारी स्वाद से समझिए बुलेट ट्रेन का रूट
Bullet Train Project From Bihari Taste: बिहार में बुलेट ट्रेन की जल्द ही शुरुआत होने वाली है. बिहार में चार स्टेशन बनाए जाएंगे और हर स्टेशन अब न केवल एक ठहराव होगा. यात्री हर स्टेशन पर बिहारी स्वाद का आनंद ले सकेंगे.
Bullet Train Stoppage in Bihar: बिहार में बुलेट ट्रेन की शुरुआत होने से राज्य के लोगों में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई है. बुलेट ट्रेन के स्टेशनों पर यात्रियों को न केवल तेज गति से यात्रा का अनुभव मिलेगा बल्कि बिहारी खानपान का भी स्वाद चखने का मौका मिलेगा. खानपान से बुलेट ट्रेन का रूट समझिए. दिल्ली से यात्रा कर बिहार के पहले स्टेशन बक्सर पर लीजिए सोनपापड़ी स्वाद, दूसरे स्टेशन पर लिट्टी चोखा स्वाद और पटना पहुंच फिर बालूशाही का स्वाद लीजिए. बता दें कि जिन स्टेशनों से बुलेट ट्रेन गुजरेगी, वहां सर्वे का काम लगभग शुरू हो गया है. हालांकि एरियल सर्वे पूरा कर लिया गया है और अब जमीन पर सर्वेक्षण का काम चालू हो गया है.
हर स्टेशन पर अब न केवल होगा ठहराव, बल्कि मिलेगा बिहारी स्वाद
बिहार का हर स्टेशन अब न केवल एक ठहराव होगा, बल्कि बिहारी स्वाद का एक पड़ाव भी होगा. बुलेट ट्रेन के माध्यम से बिहार की सांस्कृतिक और पारंपरिक पहचान को संजोए रखना और उसे बढ़ावा देना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है. इस तरह की योजनाएं राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और बिहार की पहचान को और भी मजबूत बनाएंगी. NHSRCL (नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड) ने बिहार में बुलेट ट्रेन का रूट जारी कर दिया है. यह ट्रेन दिल्ली से हावड़ा तक चलेगी और बिहार में बक्सर, आरा (उदवंतनगर), गया और पटना से गुजरेगी. इन जगहों पर नए स्टेशन बनाए जाएंगे. इस रूट का एरियल सर्वे पूरा हो चुका है और सर्वे कंपनी इन दिनों आरा में ढांचे के सर्वे का काम कर रही है. सर्वे टीम उदवंतनगर में ग्रामीणों से मिलकर प्रोजेक्ट की जानकारी दे रही है और उनकी सहमति ले रही है.
भूमि अधिग्रहण का काम 2025 में शुरू होने की है उम्मीद
जानकारी के लिए बता दें कि बुलेट ट्रेन के इस प्रोजेक्ट से बिहार को बहुत फायदा होगा. इस ट्रेन के शुरू होने पर लोग आरा से हावड़ा सिर्फ तीन घंटे में पहुंच सकेंगे. बक्सर से कोलकाता की 700 किलोमीटर की दूरी ढाई घंटे में तय हो जाएगी. वाराणसी से हावड़ा का सफर साढ़े तीन घंटे में पूरा होगा. सर्वेक्षण के बाद मिट्टी जांच और भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होगा. भूमि अधिग्रहण का काम 2025 में शुरू होने की उम्मीद है. साथ ही भूमि अधिग्रहण के लिए जमीन मालिकों से उनके कागजात पूरे करने को कहा जा रहा है ताकि मुआवजा देने में देरी न हो. अगर जमीन पर कोई संरचना, बोरिंग या पेड़ होंगे, तो उनके लिए भी मुआवजा दिया जाएगा. वाराणसी-कोलकाता हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क में बक्सर और पटना के बीच आरा (उदवंतनगर) वो स्टेशन होगा जहां बुलेट ट्रेन रुकेगी.
बुलेट ट्रेन का करीब 760 किमी लंबा होगा कॉरिडोर
इसके अलावा बता दें कि बुलेट ट्रेन का कॉरिडोर करीब 760 किलोमीटर लंबा होगा. इसमें कुछ हिस्से जमीन के ऊपर (एलिवेटेड), कुछ अंदर (अंडरग्राउंड) और कुछ जमीन पर होंगे. आरा और बक्सर के बीच का ट्रैक एलिवेटेड होगा और जमीन से 20 फीट ऊपर रहेगा. बिहार में बुलेट ट्रेन की रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. मतलब, यह ट्रेन बहुत तेज होगी और पलक झपकते ही आपकी नजरों के सामने से गुजर जाएगी.
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