नवादा मंडल कारा की क्षमता 614, सिर्फ शराब मामले में बंद हैं 617
Nawada News: सूबे के सारण जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों ने शराबबंदी की सफलता पर सवाल खड़ा कर दिया है. हालांकि उत्पाद विभाग व स्थानीय पुलिस लगातार शराब धंधेबाजों पर नकेल कसने में जुटी है, पर शराब धंधेबाज हैं कि थमने का नाम नहीं ले रहे.
नवादा: Nawada News: सूबे के सारण जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों ने शराबबंदी की सफलता पर सवाल खड़ा कर दिया है. हालांकि उत्पाद विभाग व स्थानीय पुलिस लगातार शराब धंधेबाजों पर नकेल कसने में जुटी है, पर शराब धंधेबाज हैं कि थमने का नाम नहीं ले रहे. राज्य में प्रतिदिन शराब धंधेबाज व नशेड़ी पकड़े जा रहे हैं. स्थिति यह है कि जेल में कुल क्षमता से अधिक अकेले शराब मामले के बंदी कैद हैं. शराब मामलों में इतनी गिरफ्तारियों से शराबबंदी की सफलता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.
जेल की क्षमता 614, शराब मामले में बंद हैं 617
बता दें कि नवादा मंडल कारा की कुल क्षमता 614 बंदियों को रखने की है. जबकि अभी इस जेल में 1400 से अधिक बंदी रह रहे हैं. इनमें 617 बंदी तो सिर्फ शराब मामलों के हैं. यानी कि जेल की कुल क्षमता से भी अधिक अकेले शराब मामले के बंदी कैद हैं. जेल अधीक्षक बताते हैं कि अभी प्रतिदिन तकरीबन दो दर्जन बंदी ऐसे पहुंच रहे हैं, जो शराब कारोबार के आरोप में पकड़े गए हैं.
उत्पाद विभाग ने 14 दिनों में 619 को किया गिरफ्तार
उत्पाद विभाग शराबबंदी को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा, लेकिन धंधेबाज हैं कि मानने को तैयार नहीं. आंकड़ों पर गौर करें तो उत्पाद विभाग ने दिसम्बर महीने के पहले 14 दिनों में 619 शराब कारोबारी व नशेड़ियों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही 2265.945 लीटर शराब जब्त हुआ है. हाल के दिनों में तेल की टैंकलॉरी से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई है.
इनपुट- यशवंत सिंहा