Sasaram: बिहार सरकार के द्वार ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए नल जल योजना की शुरुआत की थी. जिसके बाद इस योजना के तहत राज्य के कई ग्रामीण इलाके के लोगों को लाभ मिला है. जहां लोग पानी की समस्या से परेशान थे, आज वहां पर इस योजना के तहत साफ पानी मुहैया कराया जा रहा है. वहीं, सासाराम जिले के पहाड़ी इलाकों में पानी की समस्या समाप्त हो गई है. यहां के लोगों को समय पर पानी मिल रहा है. 


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पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम ने उठाए थे सवाल
दरअसल, बिहार सरकार के द्वारा ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी को पूरा करने के लिए नल जल योजना को शुरू किया गया था. हालांकि उसके बाद भी राज्य के कई इलाके आज भी ऐसे हैं, जहां लोगों को साफ पीने का पानी नहीं मिल रहा है. लोगों को अपने घरों से दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है. इस बीच प्रदेश के पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम द्वारा अपने ही विभाग पर सवाल उठाए थे. उन्होंने नल जल योजना को लेकर कहा है था कि ग्रामीण इलाकों में नल जल योजना की क्या स्थिति है. जिसके बाद से लगातार यह चर्चा का विषय बना हुआ है. 


गांव के लोगों को मिल रहा पानी
वहीं, सासाराम जिले के कैमूर की पहाड़ी पर स्थित रेहल गांव के हालात काफी बुरे है. यहां पर कुछ सालों पहले तक लोग दो बूंद पानी के लिए तरसते थे. यहां के लोगों को कई किलोमीटर चलने के बाद पानी मिलता था. हालांकि अब यहां के लोगों को नल जल योजना के तहत पानी की टंकी लगी हुई है. साथ ही लोगों को समय पर पानी भी मिल रहा है. रेहल गांव पहाड़ी पर स्थित है, जिसके कारण पानी पहुंचने में दिक्कत होती थी. लेकिन अब काफी हद तक पानी की यह समस्या समाप्त हो गई है. यहां के लोगों को पानी मिल रहा है. गांव के सभी लोग इसका लाभ उठा रहे हैं. 


दो साल पहले सीएम ने किया जायजा
लोगों के घरों में पाइप के जरिए पानी पहुंच रहा है. लेकिन फिर भी गांव के अंतिम छोर तक अभी भी पानी पहुंचने में दिक्कत हो रही है. गांव के दूसरी ओर रह रहे लोगों को परेशानी हो रही है. आपको बता दें, कि दो साल पहले सीएम नीतीश कुमार ने खुद इस गांव में आकर लोगों की समस्या के बारे में जाना था. जिसके बाद आज इस गांव के लोगों को पानी मिल रहा है. 


(रिपोर्टर-अमरजीत कु. यादव)


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