गया : विश्व भर में प्रसिद्ध गया पितृपक्ष मेले की शुरुआत 9 सितंबर से हो गई है. दो साल से कोरोना के चलते रूके इस मेले में इस बार बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. ऐसे में इस मेला क्षेत्र में इस बार चोर गिरोह का आतंक फैला हुआ है. मेले के दौरान अभी तक कई तीर्थ यात्रियों के मोबाइल और रुपए चोरी होने की सूचना मिल रही है. 


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मोक्ष की नगरी में लोगों के सामान पर हाथ साफ कर रहे चोर 
पितृपक्ष महासंगम 2022 के आयोजन के बाद देश-विदेश से लाखों की संख्या में पिंडदाता धार्मिक नगरी व मोक्ष धाम अपने पितरों के मुक्ति दिलाने के लिए गया आते हैं. वही दूसरी ओर मेले के आयोजन के शुरुआत होने के बाद यात्रियों के समान को उड़ाने के लिए भी अन्य राज्यों से चोर गिरोह के सदस्यों का आगमन हो जाता है और फिर शुरू होता है उनके गिरोह के सदस्यों के द्वारा वारदातों को अंजाम देने का सिलसिला. इस काम को चोर गिरोह बहुत ही बारीकी से अंजाम देते हैं और किसी को पता भी नहीं चलता है.  


अभी तक सात लोगों की हुई है गिरफ्तारी 
ऐसा ही वाकया हर दिन होता है लेकिन आज एक दर्जन यात्रियों के साथ गिरोह के सदस्यों ने अलग-अलग स्थानों पर चोरी की घटना को अंजाम दिया और चोर गिरोह के सदस्यों के द्वारा किए गए वारदातें भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद यात्रियों के द्वारा पहचान करवाते हुए अधिकारी हरकत में आए और चोरी के वारदात में शामिल महिला पुरुष सहित कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है और गिरोह के अन्य सदस्यों के पहचान में जुट गई है. 


सेवानिवृत्त अपर सचिव गृह विभाग बिहार सरकार और सुरेश कुमार वर्मा सेवानिवृत्त संयुक्त सचिव सप्लाई विभाग, बिहार सरकार अपनी पत्नी के साथ गया में पिंडदान करने आए हुए थे. विष्णुपद मंदिर के बाहर अज्ञात महिला आती है और उनके बैग में से 15 हजार निकालाकर मुड़ जाती है. वहीं सुरेश कुमार वर्मा के पत्नी को तीन चार महिलायें घेर लेती हैं और उनके पर्स से दस हजार रुपये निकालकर चलती रहती हैं. ऐसे ही गया आए दर्जनों पिंडदाताओं के साथ घटना को अंजाम दिया गया है. वहीं सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से गिरोह के सदस्यों की पहचान की जा रही है और कार्रवाई भी की जा रही है.


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