Giridih News: माइक्रोफाइनेंस कंपनी के दबाव में महिला ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
Woman Commits Suicide: गिरिडीह जिले के तीसरी थाना क्षेत्र के भुराई गांव में एक दुखद घटना सामने आई है. सुलेखा देवी नाम की एक महिला ने माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी के चलते सुलेखा ने माइक्रोफाइनेंस कंपनी से 50 हजार रुपये का लोन लिया था. इसके बाद कंपनी के कर्मचारी बार-बार किस्त वसूलने के लिए उस पर दबाव बनाने लगे, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गई.
गिरिडीह: गिरिडीह जिले के तीसरी थाना क्षेत्र के भुराई गांव में माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मियों की प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला ने अपनी जान दे दी. मृतका की पहचान अमरजीत शर्मा की पत्नी सुलेखा देवी के रूप में हुई है. यह घटना शुक्रवार सुबह की है, जब कंपनी के कर्मचारी लोन की किस्त वसूलने के लिए महिला के घर पहुंचे और उस पर दबाव बनाने लगे.
घटना का कारण
सुलेखा देवी ने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण माइक्रोफाइनेंस कंपनी से 50 हजार रुपए का लोन लिया था. लोन लेने के बाद से ही कंपनी के कर्मचारी बार-बार किस्त की राशि के लिए उसे मानसिक रूप से परेशान करने लगे. कर्मचारी कभी फोन पर धमकी देते तो कभी घर पहुंचकर सार्वजनिक रूप से उसे बेइज्जत करते. शुक्रवार सुबह कंपनी के कर्मचारी अचानक सुलेखा के घर पहुंचे और उससे पैसे की मांग करने लगे. उन्होंने महिला को तरह-तरह से प्रताड़ित किया. डर और अपमान से घबराई सुलेखा ने यह बात ग्रामीणों को बताई, लेकिन उसे डर था कि कर्मचारी उसके साथ कुछ अनहोनी कर सकते हैं. इसी डर और तनाव में उसने घर के अंदर जाकर फंदे से लटककर अपनी जान दे दी.
ग्रामीणों का आक्रोश
महिला की आत्महत्या की खबर फैलते ही गांव में आक्रोश फैल गया. घटना की जानकारी मिलने पर गड़कुरा पंचायत के मुखिया इब्राहिम मियां मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि कंपनी के कर्मचारी महिला पर किस तरह दबाव बना रहे थे और घटना के बाद वे मौके से फरार हो गए.
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर तीसरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मृतका के पति अमरजीत शर्मा, जो दूसरे राज्य में काम करते हैं, को भी घटना की जानकारी दे दी गई है.
समाज में चिंता का माहौल
इस घटना ने माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी के कर्मचारी लोन वसूली के लिए गलत तरीके अपनाते हैं, जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. मुखिया इब्राहिम मियां ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की गहराई से जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो. पुलिस फिलहाल पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है.
इनपुट- मृणाल सिन्हा
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