Giridih News: धान की बोरियों में छिपाकर बिहार तक हो रही थी अवैध शराब की तस्करी, 700 से अधिक पेटी बरामद, जांच में जुटी पुलिस
Giridih News: झारखंड में शराब माफिया करने वाला गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गया है. उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक ट्रक से अवैध रूप से शराब की बड़ी खेप को बरामद किया है. इस खेप को बिहार ले जाया जा रहा था.
गिरिडीहः Giridih News: झारखंड के गिरिडीह में अवैध रूप से शराब तस्करी करने वाला गिरोह एक बार फिर से सक्रिय हो गया है. यह शराब माफिया अलग-अलग राज्यों से शराब की बड़ी खेप मंगा कर उसे अलग-अलग तरीकों से बिहार पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इसका खुलासा तब हुआ जब उत्पाद विभाग की टीम ने धान के बोरियों के बीच छुपा कर ले जाई जा रही करीब 700 से अधिक पेटी अवैध अंग्रेजी शराब को पपरवाटांड के टोल टैक्स के पास अवैध शराब लदी ट्रक को पकड़ा.
मिली जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग की टीम को गुप्त सूचना मिली कि एक 14 चक ट्रक एनएल 01 क्यू 9257 नंबर की ट्रक में अवैध रूप से शराब की बड़ी खेप को बिहार ले जाया जा रहा है. इसी सूचना के बाद उत्पाद विभाग की टीम ने इलाके में नाकाबंदी कर वाहनों की तलाश करनी शुरू कर दी. इसी बीच उत्पाद विभाग की टीम को सूचना मिली कि उक्त नंबर की ट्रक पपरवाटांड के टोल टैक्स के समीप खड़ा है.
इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और ट्रक को अपने कब्जे में लेकर तलाशी शुरू कर दी. टीम ने जब ट्रक की तलाशी करनी शुरू की तो अधिकारी और कर्मी चौक गए, क्योंकि इस ट्रक में धान के बोरियों के बीच भारी मात्रा में हरियाणा और चंडीगढ़ का अलग-अलग कंपनियों की विदेशी शराब की पेटियां भरी हुई थी. हालांकि इस दौरान शराब माफिया मौके पर से भाग निकले लेकिन टीम ने मौके पर से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. जिससे पूछताछ की जा रही है.
बताया गया कि इस ट्रक में करीब 700 पेटी अवैध शराब लोड थी. जिसकी कीमत करीब 10 लाख बताई जा रही है. इस खेप को जब्त किया गया है. हालांकि इस वाहन को पकड़ने के बाद उत्पाद विभाग के कुछ कर्मियों के द्वारा वाहन को मोटी रकम लेकर छोड़ने की भी योजना बनाई गई थी. लेकिन, निर्धारित रकम नहीं मिलने और वरीय अधिकारियों को सूचना मिल जाने के कारण उनकी योजना विफल हो गयी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस ट्रक से गिरिडीह के कुछ सफेदपोशों के द्वारा शराब की खेप को बिहार भेजी जा रही थी. जिसकी तलाश उत्पाद विभाग की टीम ने शुरू कर दी है.
इनपुट- मृणाल सिन्हा, गिरिडीह
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