गोपालगंजः Gopalganj News: बिहार के गोपालगंज में 22 हिन्दू और मुस्लिम जोड़ों का एक साथ सामुहिक विवाह कराया गया. हिन्दू और मुस्लिम रीति रिवाज से शादी कराई गई. 18 हिंदू जोड़ों की हिन्दू धर्म से तो वहीं 4 मुस्लिम जोड़ों का निकाह कराया गया. इस दौरान पंडित और मौलवी एक साथ विवाह कराते नजर आए. सामूहिक विवाह के अवसर पर हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए.


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बाबा भूतनाथ शांति सेवा संस्थान, लामीचौर के तत्वावधान में यहां प्रखंड के लामीचौर पश्चिम टोला स्याही नदी के तट पर इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पंडितों ने हिंदू जोड़ों के लिए मंत्र पढ़ें तो मौलवियों ने मुस्लिम जोड़ों का निकाह कराया. इस दौरान महिलाओं के मंगल गीत भी गूंजते रहे.


वैदिक मंत्रोच्चार और कबूलनामा के बीच 21 जोड़ों की शादी संपन्न कराई गई. एक ही मंडप में एक तरफ विवाह की वेदी सजी थी तो दूसरी तरफ निकाह का कबूलनामा हो रहा था. एक तरफ वैदिक मंत्र पढ़े जा रहे थे, तो बगल में मौलाना कलमा पढ़ रहे थे. इन 22 जोड़ों में चार मुस्लिम समुदाय के थे. 


बिहार के गोपालगंज और सीवान जिला के अलावा उत्तर प्रदेश के देवरिया और कुशीनगर तथा गुजरात के कच्छ जिलों से शादी के बंधन में बंधने के लिए वर-वधू परिजनों के साथ गोपालगंज पहुंचे थे. विवाह के बाद नवदंपतियों को आशीर्वाद और उपहार दिए गए. क्षेत्र में ऐसे अनोखे वैवाहिक कार्यक्रम की चर्चा हो रही है. 


वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आई समाजसेवी प्रीति किन्नर ने सभी नवदंपतियों को उपहार दिये. समाजसेवी प्रीति किन्नर ने कहा कि यह कार्यक्रम गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बनी है. आयोजक सह मुखिया मोहन प्रसाद ने बताया कि इस वर्ष 18 हिन्दू जोड़े और 4 मुश्लिम जोड़ों का उनके धर्म के अनुसार विवाह कराया गया. शादी के बाद सभी जोड़ों को उपहार देकर विदा किया गया. इस अवसर पर हजारों लोग शामिल हुए सबका सहयोग के लिए धन्यवाद है.
इनपुट- मधेश तिवारी, आईएएनएस के साथ


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