Supaul News: कॉलेज में चल रही परीक्षा, प्रिंसिपल आवास पर भरा जा रहा बीए का फॉर्म
Supaul News: भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के द्वारा स्नातक प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा फार्म भरने और परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी गई है. 27 फरवरी को बीए प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा होना है. ऐसे में छात्र को समय से फॉर्म भरना जरूरी हो गया है.
Supaul News: सुपौल के वीरपुर स्थित एलएमएमएस कॉलेज में मैट्रिक परीक्षा का सेंटर होने के कारण महाविद्यालय का अन्य काम काज प्रभावित हो गया है. जिसको देखते हुए एलएनएमएस कॉलेज वीरपुर के प्रिंसिपल डॉ. डीएन साह ने छात्र हित में अपने आवास पर ही छात्रों के स्नातक का फॉर्म भराने का कार्य शुरू कर दिया है. जहां स्नातक प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा के लिए फार्म जमा करने की व्यवस्था की गई है.
बताया जा रहा है कि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के द्वारा स्नातक प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा फार्म भरने और परीक्षा की तिथि की घोषणा कर दी गई है. 27 फरवरी को बीए प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा होना है. ऐसे में छात्र को समय से फॉर्म भरना जरूरी हो गया है.
उधर, कॉलेज में परीक्षा चल रही है और इधर छात्रों का फॉर्म भरना भी जरूरी है. लेकिन कॉलेज में मैट्रिक परीक्षा का सेंटर होने के कारण कॉलेज में भीड़ एकत्रित नहीं करने का निर्देश है. लिहाजा, वैकल्पिक तौर पर ललित नारायण स्मारक महाविद्यालय वीरपुर के प्रिंसिपल डॉ. डीएन साह ने अपने ही आवास पर छात्र-छात्राओं की समस्या को देखते हुए परीक्षा फार्म भरने को लेकर दो काउंटर लगाकर फॉर्म भरा रहे हैं.
बताया कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार स्नातक प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा फार्म भराया जा रहा है, जिसमें छात्र-छात्राओं को फॉर्म भरने में आवासीय परिसर में थोड़ी बहुत असुविधा हो रही है, चूंकि अभी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा उक्त एलएनएमएस कॉलेज में मैट्रिक की परीक्षा का सेंटर है. एलएनएमएस कॉलेज में मैट्रिक परीक्षा चल रही है. जिसके चलते कॉलेज परिसर में अभी धारा 144 लागू है.
यह भी पढ़ें:Bihar Board 10th Exam: मैट्रिक परीक्षा का आज तीसरा दिन, अबतक 57 छात्र हुए निष्कासित
छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी कॉलेज प्रशासन की तरफ से छात्र छात्राओं के लिए समूचित व्यवस्था की गई है. हालांकि, इसको लेकर प्रिंसिपल ने प्रशासन पर इस दिशा में समुचित पहल नहीं करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से पहले ही इन बातों पर ध्यान दिया जाता तो आवास पर फॉर्म भराने की नौबत नहीं आती.
रिपोर्ट: सुभाष चंद्रा