Benefits of giloy: गिलोय का पौधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग भारतीय चिकित्सा में सदियों से की जाती रही है. क्रोनिक बुखार के इलाज से लेकर पाचन और इम्यून सिस्टन को बढ़ाने का बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. संस्कृत में गिलोय को 'अमृता' के नाम से जाना जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है. 'अमरता की जड़', क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में औषधीय गुण है. गिलोय का तना बहुत ज्याद उपयोगी है, लेकिन गिलोय के जड़ों का भी इस्तेमाल किया जाता है. कई लोग गिलोय को पारंपरिक काढ़े में भी शामिल करते हैं. 


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बुखार का इलाज में मददगार
गिलोय बार-बार होने वाले बुखार से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. गिलोय प्रकृति में ज्वरनाशक है, इसलिए यह डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया जैसी कई जानलेवा बीमारियों के लक्षणों को भी कम कर सकता है.


पाचन में सुधार करें
गिलोय पाचन को ठीक करता है और आंत से जुड़े रोगों के इलाज में बहुत लाभदायक है. अधिक अच्छे रिजल्ट पाने के लिए आप प्रतिदिन आप गिलोय पाउडर का सेवन आंवले के साथ कर सकते हैं. इसके अलावा इसका सेवन कब्ज के इलाज के लिए गुड़ के साथ कर सकते हैं.


गठिया के इलाज में फायदेमंद
गिलोय में सूजन-रोधी और गठिया-रोधी गुण होते हैं जो गठिया और इसके कई लक्षणों के इलाज में मदद करते हैं. गिलोय जोड़ों के दर्द में काफी फायदेमंद होता है, गिलोय के तने के पाउडर को दूध में उबालकर पीने से काफी लाभ मिलता है.


मधुमेह के इलाज में फायदेमंद
गिलोय एक हाइपोग्लाइकेमिक प्रापर्टीज के रूप में काम करता है और यह डायबीटिज के इलाज में सहायता करता है. गिलोय का जूस ब्लड में शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है.


तनाव को कम करें
गिलोय का इस्तेमाल जड़ी बूटी के रूप में भी करते है. यह मानसिक तनाव के साथ-साथ चिंता को भी कम करने में मदद करता है. यह बॉडी से टॉक्सिक निजात पाने में सहायता करता है. छुटकारा पाने में मदद करता है.


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