Bhagalpur News: भागलपुर में निमोनिया बीमारी ने पांव पसारना शुरू कर दिया है. नवजात से लेकर पांच साल तक के बच्चों को बीमारी ने जकड़ लिया है. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी, एसएनसीयू में बेड भर चुके हैं. वहीं, एनआईसीयू वार्ड में 30 में से सिर्फ छह बेड खाली हैं. निजी नर्सिंग होम के भी बेड भर चुके हैं. 


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शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय सिंह ने बताया कि 60 बच्चों की जांच में 10 से 15 बच्चे निमोनिया बीमारी से ग्रसित मिल रहे हैं. सांस में तकलीफ की शिकायत के बाद बच्चों की जांच में निमोनिया की शिकायत मिल रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय सिंह ने बताया कि हर वर्ष ठंड बढ़ने के साथ साथ सितंबर के अंतिम सप्ताह से दिसम्बर के अंतिम सप्ताह तक यह बीमारी फैलती है. 


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डॉ. अजय सिंह ने बताया कि यह बीमारी खतरनाक है बच्चों को इससे बचाने की जरूरत है. इस बीमारी में नवजात से पांच साल तक के बच्चों को फेफड़े के अंदर खून की नली का प्रेशर बढ़ने से परेशानी होती है. निमोनिया के लक्षण की बात करें तो बच्चों में बुखाड़, खांसी के साथ सांस लेने में तकलीफ होती है. साथ ही लगातार बुखार रहने पर लूज मोशन की समस्या भी होती है.


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बता दें अभी चीन में निमोनिया बीमारी का आतंक है, लेकिन यहां जो बच्चों में निमोनिया हो रहा है. वह चीन की बीमारी नहीं है. चीन में माइक्रोप्लाज़्मा के कारण बच्चों में सांस सम्बन्धी समस्या हो रही है. जबकि भारत मे हर वर्ष निमोनिया बीमारी से बच्चे ग्रसित होते हैं.


रिपोर्ट: अश्वनी कुमार