Shilpa Shetty Yoga Pose: हर कोई निरोगी काया की कामना करता है स्वस्थ रहना चाहता है और इपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त और फिट रखने की चाह रखता है. ऐसे में हम आपको बता दें कि यह तभी संभव है जब आप रोजाना योगाभ्यास करें और कुछ आसनों का प्रयोग करें. आपने एक उम्र के बाद लोगों की खोती चुस्ती-फुर्ती तो देखी होगी लेकिन क्या आपको पता है कि आप अपने शरीर को हमेशा स्वस्थ रख सकते हैं और इसका एक ही तरीका है योग जिसके अभ्यास से यह असंभव सा लगने वाला काम भी संभव है. 


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आपने 40 से ज्यादा की उम्र हो चुकी शिल्पा शेट्टी को तो देखा हीं होगा कि कैसे उन्होंने अपने शरीर को फिट रखा है. अपनी कमर को कैसे उन्होंने एकदम लचकदार बना रखा है तो आपको बता दें कि यह असंभव काम आप भी योग के जरिए संभव कर सकते हैं. बस आपको नियमित रूप से शिल्पा शेट्टी द्वारा किए जाने वाले इन 5 योगाभ्यासों की प्रैक्टिस करनी है और फिर देखिए चमत्कार तो आइए हम आपको बताते हैं कि शिल्पा कौन-कौन से 5 योगाभ्यास रोज करती है. अगर आपको भी अपनी बॉडी को शिल्पा शेट्टी की तरह ही शेप में रखना है तो इन योगासन को करना शुरू कर दें. 


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व्याघ्रासन 
इसके नाम से ही आप समझ गए होंगे की शरीर को बाघ की आकृति देनी है. इस योगासन की वजह से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. इसमें आप पहले मार्जरी आसन में आएं और फिर अपने दाएं पैर को पीछे की घुमाकर सिर की तरफ लेकर आएं और लंबी सांस लें. फिर पैर को नीचे लाएं और सिर को आगे की तरफ झुकाकर घुटने को नाक से छुएं. इसी तरह बाएं पैर से भी यही काम करें.  


भुजंगासन
यह सूर्य नमस्कार के अंदर ही आनेवाली एक क्रिया है. भुजंग का मतलब होता है सांप इसलिए इसे सर्पासन भी कहते हैं. यह सूर्य नमस्कार में 7वां आसन है. ऐसे में जैसे सांप फन फैलाए रहता है आपको भी शरीर की वैसी ही आकृति बनानी है. इसके लिए पहले अपने दोनों हथेलियों को कंधे के बराबर लाएं, फिर गहरी सांस भरकर अपने पेट के ऊपरी हिस्से को जमीन से उठाएं. फिर सामने की ओर देखते हुए कुछ देर तक सांस खींचे रखें. 


चक्रासन
चक्र का मतलब पहिया, इसका साफ मतलब है कि शरीर को चक्र की आकृति प्रदान करनी है. इसके लिए पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं. फिर पहले पैरों के तलवे को जमीन से लगाकर और हाथ की हथेली को भी जमीन से लगाएं. अब कमर, पीठ और छाती को ऊपर की तरफ उठाएं. फिर हाथ और पैर को जितना हो सके नजदीक लाने की कोशिश करें. इसमें ज्यादा शरीर कोतनाव देने की जरूरत नहीं है. 


धनुरासन
इसमें शरीर की आकृति खींचे हुए धनुष के समान होती है. इसके लिए पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं. फिर अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और इसे देनों हाथों को पीछे कर पकड़ें और पास लाने की कोशिश करें. इस समय आपका चेहरा एकदम सामने की तरफ होना चाहिए. इसको करते समय कोई जबरदस्ती नहीं करें. 


नावासन 
नावासन मतलब नाव के समान की आकृति. ऐसे में पहले पैर को आगे की तरफ करके बैठ जाएं. पैर एकदम सीधा रखें. फिर दोनों टांगों को एक साथ ऊपर उठाएं. इस दौरान रीढ़ सीधी रखें और दोनों हाथों को पैर के नीचे सीध लगाए रखें.