बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के एक समय में सबसे ख़ास दोस्त माने जाने वाले डॉ. रंजन यादव (Dr. Ranjan Yadav) अभी राजनीति में हाशिए पर हैं. लालू प्रसाद यादव के समय बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव के बाद रंजन यादव की तूती बोलती थी. चाहे बिहार के विभिन्न यूनिवर्सिटी का मामला हो गया फिर सरकार के काम में दखल, रंजन यादव की पहुंच हर जगह थी. लालू प्रसाद यादव के बाद अधिकारी सबसे अधिक रंजन यादव की ही बात सुनते थे. लेकिन समय ने करवट ली और पाटलिपुत्र से चुनाव हारने के बाद वे हाशिए पर चले गए. अब एक शादी समारोह में रंजन यादव और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का आमना-सामना हुआ तो बिहार के डिप्टी सीएम ने उनका पैर छूकर आशीर्वाद लिया. 


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यूं तो यह सामान्य मुलाकात कही जा सकती है, लेकिन राजनीति में इस तरह की मुलाकात अकसर सामान्य नहीं होती. तेजस्वी यादव की ओर से रंजन यादव से आशीर्वाद लेने के तरह तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. पटना के राजनीतिक गलियारों और मीडिया हलकों में यह चर्चा तेज है कि रंजन यादव फिर से राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं. 


रंजन यादव पटना के कदमकुआ के चूड़ी गली में रहते हैं. रंजन यादव की 1990 के दशक में तूती बोलती थी पर बाद के दिनों में वे लालू प्रसाद यादव से दूर होते चले गए. बीती रात बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजेस्वी यादव से रंजन यादव की मुलाकात हुई और तेजस्वी ने पांव छूकर आशीर्वाद लिया. उसके बाद से राजद और बाकी दलों में भी रंजन यादव की वापसी के कयास लगाए जाने लगे हैं.


रंजन यादव और लालू प्रसाद यादव में इतनी बनती थी कि उनकी यारी के कई किस्से मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं. बताया जाता है कि जब लालू प्रसाद यादव की शादी राबड़ी देवी से तय हुई थी, उस समय पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव चल रहा था. तब लालू प्रसाद यादव का परिवार इतना संभ्रांत नहीं था कि शादी में रुतबा दिखाने के लिए कार का भी इंतजाम कर पाए. इसके लिए लालू प्रसाद यादव ने रंजन यादव से बात की और वह मान गए. 


रंजन यादव का परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध रहा है. शादी में रंजन यादव 5 एंबेस्डर कार लेकर बारात में गए थे. एक कार में लालू प्रसाद यादव दूल्हा बनकर गए थे. तब शादी में 5 कारों का आना बड़ी बात होती थी.


रिपोर्ट- विकास चौधरी