Adenovirus News: कोरोना वायरस के बाद अब एक और वायरस पैर पसार रहा है. इसका नाम एडिनोवायरस है. अब इस वायरस ने बिहार में भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है. कैमूर जिले में यहां प्रतिदिन 150 से 200 मरीज इस वायरस से संक्रमित सामने आ रहे हैं. एडिनोवायरस के कारण लोगों की आंखों में समस्या हो रही है. पूरे उत्तर भारत में फैले आई फ्लू के पीछे इसी वायरस का हाथ माना जा रहा है. अब बिहार के कैमूर जिले में बड़ी भारी संख्या आई फ्लू के मरीज मिल रहे हैं. 


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डॉक्टर इसे एडिनोवायरस का संक्रमण बता रहे हैं. सदर अस्पताल भभुआ में प्रतिदिन 150 से 200 की संख्या में मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है. संक्रमित व्यक्ति ने अगर सतर्कता नहीं बरती तो वह दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है. इस बीमारी में दोनों आंखों में सूजन के साथ-साथ आंखें लाल हो जाती हैं. आंखों में काफी दर्द भी महसूस होता है. सरकारी अस्पताल में इस बीमारी की दवा होने के चलते मरीजों का आना जारी है.


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सदर अस्पताल भभुआ के आई सर्जन डॉक्टर रवि रंजन प्रकाश ने बताया अभी एडिनोवायरस काफी तेजी से बिहार और कैमूर ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैला हुआ है. इससे बचने की जरूरत है. अगर घर में किसी एक व्यक्ति को हो जाए तो उसकी सारी चीज अलग करनी चाहिए. जिससे कि एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आए. यह संपर्क में आने से ही एक दूसरे के बीच तेजी से फैलता है. अगर किसी के बीच यह संक्रमण फैल गया है, तो उसको लेकर घबराना नहीं है. अपने निकटतम आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर से सलाह और दवा लें. इससे बचाव को लेकर सतर्कता बहुत जरूरी है, क्योंकि यह सबसे पहले आंखों के उजले परत को संपर्क में लेता है. अगर लापरवाही बढ़ी तो यह कॉर्निया को भी संपर्क में ले लेगा. अगर उसमें धब्बा हो गया तो फिर आंखों से दिखना कम हो जाएगा.


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क्या है एडिनोवायरस?


रिपोर्ट के मुताबिक एडिनोवायरस इस तरह का वायरस है जो आपके शरीर को धीरे-धीरे बीमार करता है और बाद में यह संक्रमण अपना खतरनाक रूप ले लेता है. एडिनोवायरस से पीड़ित बच्चों को सांस लेने की तकलीफ ज्यादा होती है. इससे संक्रमित होने पर कॉमन कोल्ड या फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके अलावा बुखार, गले का सूखना, एक्यूट ब्रोंकाइटिस जैसी समस्या भी आती है. इन सबके अलावा निमोनिया, आंखों में गुलाबीपन (कॉन्ज्यूक्टिविटीज), डायरिया, उल्टी और पेट दर्द जैसी शिकायत भी होती है. कुछ लोगों को ब्लेडर इन्फेक्शन भी हो सकता है. ये वायरस हवा के जरिए, खांसने या छींकने से ये भी फैल सकता है.


रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल