पुलिस महकमे के `दबंग` की `बिहार डायरीज` ने खोले बिहार के बाहुबलियों के कई राज
बिहार डायरी एक युवा, निर्भीक और उग्र आईपीएस अधिकारी और बेहद खतरनाक पेशेवर अपराधियों के बीच की लड़ाई को स्पष्ट रूप से बयां करती है.
जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर सीमा सुरक्षा बल नार्थ के डीआईजी अमित लोढ़ा कुछ दिनों से अपनी पहली लिखी किताब 'बिहार डायरीज' से काफी चर्चा में हैं. हाल ही में दिल्ली में हुए एक समारोह में क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस किताब का विमोचन किया. किताब को प्रतिष्ठित पेंग्विंग पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है.
किताब को अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना और इमरान हाशमी समेत, अक्षय कुमार, राणा दग्गुबाती सहित कई फ़िल्मी सितारों ने सराहा है. फिल्मकार नीरज पांडेय इस रोमांचक पुस्तक पर एक फिल्म की भी प्लानिंग कर रहे हैं. अमित लोढ़ा की सच्ची घटनाओं पर आधरित यह किताब टॉप पोजीशन में पहुंच गई है. लोगो को इसे खरीदने के लिए भी इंतजार करना पड़ रहा है.
बिहार डायरी एक युवा, निर्भीक और उग्र आईपीएस अधिकारी और बेहद खतरनाक पेशेवर अपराधियों के बीच की लड़ाई को स्पष्ट रूप से बयां करती है. यह पुस्तक बिहार में स्थित शेखपुरा के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत अमित लोढ़ा के कार्यकाल के दौरान की गई उनकी कार्रवाइयों की पूरी दास्तां हैं. अमित लोढ़ा ने बिहार के सबसे खतरनाक गिरोहों में से एक विजय सम्राट को गिरफ्तार किया था.
वह जबरन वसूली, अपहरण और लोगों के नरसंहार के लिए कुख्यात था. बिहार डायरीज में उन्होंने अपने तमाम ऑपरशंस के बारे में विस्तार से रोमांचक अंदाज में व्याख्या की है. किताब में बताया गया है कि कैसे वह अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन पड़ोसी राज्य में बिना रुके बिना, थके अपने कारनामों को अंजाम देते हैं. आईपीएस अमित लोढ़ा वर्तमान में जैसलमेर स्थित सीमा सुरक्षा बल सेक्टर नार्थ हेड क्वार्टर में डीआईजी के पद पर कार्यरत हैं. उन्हें गैलेन्ट्री के लिए प्रतिष्ठित पुलिस पदक और आंतरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित किया जा चुका है.
अमित टेनिस और स्क्वैश खेलना पसंद करते हैं. वह किशोर कुमार के जबर्दस्त प्रशंसक हैं. अमित टाइम्स ऑफ इंडिया में नियमित रूप से ब्लॉग भी लिखते हैं.