जमशेदपुर : जमशेदपुर पुलिस ने उलीडीह में बैंक डकैती के मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने डकैती के मास्टरमाइंड और उसकी पत्नी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के पटना जिला के बाढ़ थाना क्षेत्र निवासी मास्टरमाइंड राजीव रंजन कुमार उर्फ पप्पू उर्फ मुन्ना उर्फ अमित सिंह उर्फ मैनेजर, उसकी पत्नी निभा कुमारी, जहानाबाद निवासी धर्मेंद्र कुमार, रांची डोरंडा निवासी नीरज बराइली और जहानाबाद निवासी प्रमोद बिंद उर्फ संतोष शामिल है. 


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देश छोड़कर नेपाल भागने की तैयारी में थे सभी लोग 
पुलिस ने सभी को आरोपियों को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वे लोग देश छोड़कर नेपाल जाने की फिराफ में थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी पिस्टल, तीन देसी कट्टा, 52 गोली, 26 चांदी का सिक्का 30,100 रुपए नकद और घटना में प्रयुक्त 2 बाइक भी बरामद किया है.


1995 से संचालित हो रहा था गैंग
जानकारी देते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड राजीव रंजन उर्फ पप्पू है. वह यह गैंग 1995 से संचालित कर रहा था. वह चार साल पहले पटना जेल से भागने का भी आरोपी है. तब से पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इस गैंग में 100 से ज्यादा सदस्य शामिल है. उन्होंने बताया कि 27 सालों से यह गैंग एक ही तरीके से घटना को अंजाम देते आ रहे है. यह गैंग राजस्थान, ओडिशा, बिहार और झारखंड के अलावा कई राज्यों में डकैती की घटना को अंजाम दे चुका है. गैंग अपने साथ एक कंटेनर लेकर चलती है जिसमे कुछ मोडिफिकेशन किए गए है. कंटेनर में ही हथियार छुपाकर रखा जाता था.


नेपाल भागने की तैयारी में थे आरोपी
एसएसपी ने बताया कि उलीडीह में बैंक डकैती को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी कोलकाता की ओर भागे थे जहां सभी अलग अलग होकर नेपाल भाग गए थे. मामला शांत होने के बाद सभी वापस पटना आ गए. छापेमारी के दौरान पहले प्रमोद और धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया गया जिसके बाद पप्पू सिंह उसकी पत्नी निभा और नीरज की गिरफ्तारी हुई. उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद उस पैसे को रियल स्टेट के अलावा अन्य जगह इन्वेस्ट किया जाता था जिसकी जांच पुलिस कर रही है. फिलहाल सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
(रिपोर्ट- आशीष कुमार तिवारी)


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