Jharkhand News: कांग्रेस ने झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार को रेल हादसे के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी के नए भारत में किसी की जिम्मेदारी तय नहीं होती. किसी का इस्तीफा नहीं लिया जाता और बातें बड़ी बड़ी की जाती हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता. कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, रेल हादसों के बाद भी आश्विनी वैष्णव की पीआर मशीन चल रही है. बता दें कि झारखंड में चक्रधरपुर के पास हुए रेल हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए.


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जयराम रमेश ने ट्विटर पर कहा, एक और रेल दुर्घटना लेकिन फेल मंत्री की ‘पीआर मशीन’ जारी है. अकेले जून और जुलाई 2024 में ‘असफल मंत्री’ के काल में तीन हादसे हुए हैं. कुल मिलाकर 17 भारतीयों की जान जा चुकी है और 100 लोग घायल हो चुके हैं. 


कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, ट्रेन हादसे मोदी के नये भारत में हर हफ्ते घटित होने वाली एक वास्तविकता बन गई हैं. 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के हादसाग्रस्त होने से 4 लोगों की मौत हो गई थी और 31 घायल हो गए थे. 19 जुलाई को गुजरात के वलसाड में मालगाड़ी पटरी से उतर गई. 20 जुलाई को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. 21 जुलाई को राजस्थान के अलवर में मालगाड़ी के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए. 21 जुलाई को पश्चिम बंगाल के राणाघाट में मालगाड़ी पटरी से उतर गई. 26 जुलाई को ओडिशा के भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी पटरी से उतर गई. 29 जुलाई को बिहार के समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस अन्य डिब्बों से अलग हो गई. 30 जुलाई को झारखंड के चक्रधरपुर में हावड़ा-सीएसएमटी एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे उसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हुए. 


उन्होंने कहा, ‘अब नतीजा यह होगा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शाम तक अपनी 'पीआर टीम' के साथ साइट का दौरा करेंगे और कल तक एक 'रील' अपलोड करेंगे. कांग्रेस नेता नै आरोप लगाया, ‘मोदी के नये भारत में कोई जवाबदेही नहीं है, कोई इस्तीफा नहीं है, केवल अप्रासंगिक रेल परियोजनाओं के बारे में बड़ी-बड़ी बातें हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है.


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