जमशेदपुर : पश्चिम सिंहभूम जिले के हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के चक्रधरपुर रेल मंडल के केंदपोषी रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर मिले दो बच्चे सहित एक महिला और एक युवक की लाश की पहचान कर ली गयी है. चारों लाश एक ही परिवार के चार लोगों के बताये जा रहे हैं. हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के नुर्दा गांव में रहने वाले जुम्बल सिंकू ने चारों लाश की पहचान की है. उसके मुताबिक रेल पटरी पर क्षत विक्षत स्थिति में पड़े चारों लाश उसके बड़े भाई बिनु सिंकू और उसकी पत्नी के अलावे उनके बेटा और बेटी के हैं.


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जुम्बल सिंकू ने घटना का सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि यह चारों लोग हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के नुर्दा गांव के टुन्गुवासा टोला के रहने वाले हैं. इनकी हत्या डायन बिसाही के आरोप में की गयी है. इस हत्याकांड में बिनु सिंकू की 15 साल की बेटी किसी तरह जान बचाकर भाग निकलने में सफल रही है. जो की फिलहाल हाटगम्हरिया थाना में पुलिस की सुरक्षा में है. जुम्बल सिंकू ने बताया कि इससे पहले भी डायन बिसाही का आरोप लगाकर उसके भाई और उसके पुरे परिवार के साथ अपराधियों ने लड़ाई झगड़ा किया था. जिसको लेकर गांव में बैठक भी की गयी थी. लेकिन इसके बाद अपराधियों ने इनकी हत्या की योजना बना डाली.


शुक्रवार की रात बिनु सिंकू, उसकी पत्नी और उसके तीन बच्चों की हत्या करने के लिए अपराधी उसके घर में घुसे. दो छोटे-छोटे बच्चों को मारकर बोरे में बांध दिया गया. वहीं 15 साल की बच्ची किसी तरह छुपकर मौके से भाग गयी. इसके बाद बिनु सिंकू और उसकी पत्नी के हाथ पैर बांधकर हत्यारे पास के जंगल में ले गए. दोनों पति पत्नी को इमली के एक पेड़ में बांधकर हत्यारों ने लाठी डंडे से तब तक मारा जब तक दोनों की जान नहीं निकल गयी. इसके बाद चरों लाश को डंडे से उठाकर पास के रेलवे पटरी ले जाया गया और लाशों को इस तरह फेंका गया जैसे की यह देखने वालों को हादसा या फिर आत्महत्या लगे.


पुलिस ने इसको लेकर घटना स्थल से हत्या में इस्तेमाल किये गए दो डंडे बरामद किये हैं. पुलिस को शक है कि इसमें से एक डंडे का प्रयोग चारों की पिटाई कर हत्या करने में इस्तेमाल की गयी है. जबकि दुसरे डंडे का प्रयोग चारों की लाश को ढोने में इस्तेमाल किया गया होगा. हत्यारों ने चारों लाश को इसलिए रेल पटरी पर ले जाकर फेंका ताकि पुलिस चारों की मौत को हादसा या आत्महत्या समझकर अपनी जांच करे.


फिलहाल पुलिस डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक जांच टीम की मदद लेकर इस हत्याकांड के सबूत जुटाने में लगी हुई है. डॉग स्क्वायड की टीम की मदद से कातिलों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. वहीं फोरेंसिक जांच टीम ने ब्लड सैंपल सहित कई जरुरी नमूने घटना स्थल उठाये हैं जिससे हत्यारों का पता लगाने में आसानी होगी. मौके पर जगन्नाथपुर एसडीपीओ राकेश नंदन मिंज, जिला पुलिस के जवान और रेल पुलिस की टीम मौजूद रह कर मामले की गहनता से जांच की है. पश्चिम सिंहभूम में डायन बिसाही के आरोप में हत्या की यह कोई पहली और नयी वारदात नहीं है. इस इलाके में अंधविशवास और अज्ञानता की जड़ें इतनी मजबूत है कि इस तरह की घटना आये दिन होती रहती है. जिला प्रशासन और पुलिस लगातार इसको लेकर जागरूकता अभियान चला रही है लेकिन इसका कोई खास सकारात्मक असर होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.


इनपुट- आनंद प्रियदर्शी


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