रामगढ़ः बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान का मुख्य केंद्र पिछले 3 दिनों से झारखंड बना हुआ है. जिसके कारण झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही है. भारी बारिश के कारण नदी नाले में पानी उफान पर है. वहीं तेज हवा चलने के कारण कई जिलों में बड़ी संख्या में बड़े पेड़ सड़कों पर गिर गए. जिसके कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है. आवागमन पर भी इसका असर पड़ रहा है. 


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मूसलाधार बारिश से कई मकान गिरे 
रामगढ़ जिले में भारी बारिश, तेज हवा और मूसलाधार बारिश से कई मकान गिर गए है. जिससे क्षेत्र का जनमानस अस्त-व्यस्त हो गया है. सड़कों पर वीराना पसरा हुआ है. पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण रात को सिद्धपीठ रजरप्पा छिन्नमस्तिका मंदिर प्रक्षेत्र की भैरवी नदी एक बार फिर उफनाई है. जबकि दामोदर नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. भैरवी के उफनाने से नदी के किनारें की दर्जनों फूल-प्रसाद और मनिहारी की दुकानों में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ा. जबकि कई दुकानों का बांस बल्ली को पानी के बहाने अपने साथ ले गया.


भैरवी नदी का बढ़ा जलस्तर 
दूसरी बार भैरवी नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद यहां बाढ़ का नजारा देखा जा सकता है. इसके कारण यहां बने छिलका पुल से कई फीट ऊपर पानी बह रहा है. कई दुकानदारों ने बताया कि पिछले दिनों भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई दुकानों में लगे बांस, बल्ली बह गए थे, जिसे दुरुस्त करने को उम्मीद से पूंजी लगाई थी कि कुछ कमाई हो जाए. लेकिन, बारिश ने एक बार फिर दुकानदारों को हताश कर दिया. 
 
कभी भी खोला जा सकता है पतरातू डेम
इधर, पुजारियों ने बताया कि शाम को नदी का पानी सामान्य था. रातों रात भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ गया. हालांकि बढ़ते हुए पानी को देखते हुए पहुंचे श्रद्धालुओं को पानी की ओर जाने से मना किया जा रहा है. वहीं जिला प्रशासन ने अलर्ट करते हुए लोगों को नदी नालों के समीप जाने से मना किया है. पतरातू डेम का फाटक कभी भी खोला जा सकता है. 


(रिपोर्ट-झूलन अग्रवाल)


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